- पोल पर रेडियम न लगे होने से अक्सर टक्कर से टूट रहे पोल

- एक पोल टूटने से 35 हजार रुपए का हो रहा नुकसान

- हर माह टूट रहे 15 से 20 पोल, विभाग को लाखों की चपत

केस नंबर 1

ट्रांसपोर्टनगर में 21 सितंबर को एक ट्रक ने बरहुआं से रुस्तमपुर आने वाली लाइन के पोल में टक्कर मार दी। इसके कारण टीपी नगर से लेकर राजघाट पुल तक के सारे तार ढीले हो गए, इनको सही करने में बिजली विभाग को छह घंटे तक समय लग गया, जिसके कारण रुस्तमपुर सब स्टेशन की बिजली रात 12 बजे से लेकर सुबह छह बजे तक बिजली गुल रही।

केस नं 2

छह अक्टूबर को सोनौली रोड के 10 नंबर बोरिंग पर रात 10.15 बजे एलटी लाइन पोल में ट्रक ने टक्कर मार दी। इससे तार टूटकर सड़क पर फैल गया, जिसके कारण लगभग एक घंटे तक गोरखपुर-सोनौली रोड बंद हो गया। रास्ता बंद होने के कारण रोड पर लंबा जाम लग किया। वहीं इससे जुड़े 15 घरों को 10 घंटे से अधिक समय तक बिजली नहीं मिल सकी।

GORAKHPUR: तेज रफ्तार और रफ ड्राइविंग गोरखपुराइट्स को अक्सर परेशान करती है। रात के अंधेरे में अक्सर तेज रफ्तार ट्रक पोल्स को टक्कर मार देते हैं और इस टक्कर के कारण बिजली सप्लाई घंटो बधित रहती है। ऐसा सिर्फ जिम्मेदारों की लापरवाही की वजह से हो रहा है। बार-बार हादसों के बाद भी उनकी आंखें नहीं खुल रही हैं, जिसकी वजह से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं विभाग को भी इससे भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

रिफ्लेक्टर लगते तो नहीं होती सांसत

यह बिजली विभाग का लापरवाह रवैया ही है कि काफी समय से तय की गई स्कीम्स को वह अमली जामा नहीं पहना पा रहे हैं। एक्सप‌र्ट्स की मानें तो अगर इन पोल्स पर केवल रिफ्लेक्टर स्टीकर्स लग जाते तो शायद ट्रक पोल्स से नहीं टकराती। इससे न सिर्फ लोगों को बिजली कटौती से छुटकारा मिल जाता, बल्कि इससे बिजली विभाग को हर माह होने वाले लाखों रुपए के नुकसान को बचाया जा सकता है। विभाग से जुड़े लोगों की मानें तो एक पोल टूटने से विभाग को 35 हजार रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

शानिवार को 20 घरों पर आफत

बिजली विभाग की इस लापरवाही की वजह से सिटी के 20 से अधिक मकान अंधेरे में रहे। शनिवार की रात रेलवे स्टेशन के पास लगे पोल में ट्रक ने टक्कर मार दी, जिसके कारण सारे स्ट्रीट लाइन बंद हो गई। इतना ही नहीं सिंचाई विभाग के ऑफिस और आसपास के 20 से ज्यादा मकानों पर भी इसका असर देखने को मिला। काफी मशक्कतों के बाद दोबारा सप्लाई बहाल हो सकी।

छोटी की सावधानी ही करेगी बचाव

बक्शीपुर के एक्सईएन आरसी पांडेय ने बताया कि दिसंबर में नकहा क्रासिंग के पास एक सप्ताह में 10 पोल टूट गए थे। इसके बाद बिजली विभाग ने यह निर्णय लिया था कि शहर के जितने भी हाइवे के किनारे पोल लगे हुए हैं, उनपर रिफ्लेक्टर लगाया जाएगा। इसके बाद नकहा क्रासिंग के पास जितने भी पोल लगे थे, उन पर रिफ्लेक्टर लगाने का सिलसिला शुरू हुआ, लेकिन महज कुछ पोल्स पर इसे लगाकर कोरम पूरा कर दिया गया। अगर यह योजना पूरी कर ली गई होती, तो हर सप्ताह टूटने वाले पोलों की तादाद 50 प्रतिशत से भी कम हो गई होती।

डेट एंड प्लेस अफेक्टेड एरिया टाइम

12 जून, रेलवे स्टेशन बक्शीपुर सब स्टेशन बंद 12 घंटा

10 अगस्त, राजेंद्रनगर पश्चिमी राजेंद्रनगर, नगर पूरब, इंडस्ट्रियल एरिया 06 घंटा

19 अगस्त, लालडिग्गी बंधा लालडिग्गी, बहरामपुर, बसंतपुर 09 घंटा

20 जुलाई, चरगांवा चरगांवा, राप्तीनगर, मेडिकल कॉलेज 03 घंटा

22 जुलाई, मैत्रीपुरम मैत्रीपुरम, बिछिया 14 घंटा

Posted By: Inextlive