जानें 'पद्मावती' में दीपिका के भारी कॉस्ट्यूम का सच
माधुरी के लहंगे से हल्का है या भारी
फिल्म 'देवदास' में माधुरी दीक्षित ने एक सांग "नंद का लाल मोहे छेड़" में लाल रंग का लहंगा पहना है जिसका वजन करीब 30 किलो बताया गया था। फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली ही थे जो फिल्म 'पद्मावती' के भी निर्देशक हैं। पद्मावती में भी दीपिका पादुकोण ने भारी कॉस्ट्यूम पहने हैं ताकि वो 11-12वीं सदी की राजपूत रानी के करेक्टर और लुक के साथ इंसाफ कर सकें। हालाकि कॉस्ट्यूम डिजाइनर्स ने पूरी कोशिश की है कि कपड़ों का वजन कम रखा जा सके। इसके लिए उन्होंने मूल, चंदेरी और कोटा जैसे हल्के फेब्रिक का इस्तेमाल किया है। क्योंकि उस दौर में सारी कढ़ाई हाथ से ही होती थी इसीलिए कढ़ाई से समझौता नहीं किया जा सका है। यही वजह है कि कपड़ों का वजन बढ़ गया है। इसके अलावा ज्वेलरी भी काफी भारी है। बताया जा रहा है कि जेवरों का वजन 20 किलो तक हो जाता है। वैसे ये पहला मौका नहीं है जब दीपिका इतने भारी गेटअप में शूटिंग कर रही हैं।
दीपिका ने पहले भी पहने हैं भारी कपड़े
लगता है भंसाली को अपनी हिरोइन खास कर दीपिका हैवी कॉस्ट्यूम में ही पसंद आती हैं। यही वजह कि उनकी पिछली दो फिल्मों 'रामलीला' और 'बाजीरॉव मस्तानी' में काम कर चुकी दीपिका ने दोनों बार भारी भरकम ड्रैसेज पहनी हैं। फिल्म गोलियों की 'रास लीला राम लीला' में उन्होंने जहां 30 किलो का लंहगा पहना तो वहीं बाजीरॉव मस्तानी में 20 किलो का आर्मर सूट पहन कर शूटिंग की थी। फिल्म 'पद्मावती' में दीपिका का लुक उसके पोस्टर रिलीज के साथ ही चर्चा में आ गया था जब उनका यूनिब्रो स्टाइल देखा गया था।