हाल ही में एक जर्मन अखबार को दिये गए साक्षात्‍कार में वर्तमान संयुक्‍त राष्‍ट्र प्रमुख बान की मून ने जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की हृयूमन पॉलिटिकल लीडरशिप नीति को शानदार बताते हुए मर्केल की काफी प्रशंसा की थी। इसके बाद अंदाजों का बाजार गर्म है कि वे संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ की नयी अध्‍यक्ष हो सकती हैं।


एंजेला मर्केल बनेंगी उत्तराधिकारी यूएन प्रमुख बान की मून ने जर्मन अखबार बिल्ड को दिए साक्षात्कार में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और उनकी हृयूमन पालिटिकल लीडरशिप नीति की काफी प्रशंसा की। जिसके बाद अखबार ने इस साक्षात्कार को प्रकाशित करते हुए अनुमान लगाया कि मर्केल बान की उत्तराधिकारी हो सकती हैं। उसने अपने लेख का शीर्षक दिया कि क्या मर्केल बनेंगी संयुक्त राष्ट्र की अगली सेक्रेट्री जनरल। इसके बाद से ही अंदाजों का दौर शुरू हो गया है। ये सूचना ऐसे समय आयी है जब अपने ही देश में इस कद्दावर नेता की छवि कमजोर पड़ने की बातें हो रही हैं।नीतियों पर कायम


इस सप्ताहंत हुए चुनावों में मर्केल की क्रिश्चियन डेमोक्रेट पार्टी सिर्फ तीन हफ्ते पहले बनी ऑल्टरनेटिव फॉर जर्मनी पार्टी से पराजित हो गयी। हार की वजह शरणार्थियों के लिए उनकी यही उदार नीति जिम्मेदार बतायी जा रही जिसकी यूएन प्रमुख ने तारीफ की है और जो कभी उनकी जर्मनी में लोकप्रियता की वजह बनी थी। उनकी पार्टी इन चुनावों में तीन में से दो प्रांतो में पराजित हुई है। हालाकि इसके बावजूद वो अपनी नीतियों पर कायम रहेंगी ऐसा उन्होंने स्पष्ट कर दिया है। सम्मानजनक विदाई  

इन चुनाव परिणामों को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि यदि मर्केल संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख बनने की लड़ाई में शामिल हो जाती हैं तो वो ना सिर्फ अपनी नीतियों को पूरे विश्व में लागू कराने का प्रयास कर पायेंगी बल्कि जर्मनी की राष्ट्र प्रमुख के पद से ये उनकी सम्मानजनक विदाई होगी। आखिर इस देश की वे पिछले एक दशक से सबसे सशक्त नेता रही हैं। यूएन प्रमुख बनने करा मौका उनके पास एक सुनहरे निमंत्रण जैसा होगा जो उनके विकास और सम्मानजनक तरीके से पद छोड़ने की वजह बन सकेगा। हालाकि बान की मून ने इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया कि इस दिसंबर में खत्म होने वाले उनके कार्यकाल के बाद संभवित उत्तराधिकारियों में मर्केल का नाम है या नहीं।

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Posted By: Molly Seth