-कुछ ही दिन पहले ली थी उसी गांव में एक विवादित जमीन

-घर बनवाने के समय हुआ था विवाद

LUCKNOW: बिजनौर में डिप्टी एसपी की हत्या के मामले में शुरुआती जांच में एक भूमि विवाद का भी मामला सामने आया है। हालांकि अभी कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से मना कर रहा है। आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि अभी सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। टेरेरिस्ट एक्टिविटी है या नहीं यह कहना अभी जल्दबाजी होगा। इतना जरूर है कि मारने वाले प्रोफेशनल क्रिमनल ही हैं। उन्होंने बताया कि पठानकोट एयरबेस की जांच में भी तंजील का कोई सीधा इंवाल्वमेंट नहीं था। तंजील पाकिस्तान से आई टीम के साथ लाइजिनिंग अफसर था। वहीं एनआईए के अफसरों का कहना है कि तंजील ने कभी भी ऐसे किसी थ्रेड के बारे में नहीं बताया था।

वहीं सूत्रों का कहना है कि घटना जिस गांव में हुई वह इंटेरियर एरिया में आता है। तंजील वहां आयेंगे इसकी जानकारी या तो स्थानीय लोगों की मुखबिरी पर हो सकती है या फिर वह शख्स अंजाम दे सकता है जिसको तंजील के बारे में पूरी जानकारी हो कि कब कहां जा रहे हैं। आम तौर पर आतंकी ऐसी घटनाओं को अंजाम नहीं देते हैं। तंजील इससे पहले भी कभी वेपन साथ में रखकर नहीं चलते थे।

कुछ दिन पहले खरीदी थी एक विवादित जमीन

घटना की खबर मिलते ही एटीएस, एसटीएफ की टीम को लखनऊ से रवाना किया गया। साथ ही दिल्ली पुलिस की एक टीम और एनआईए की टीम भी जांच के लिए बिजनौर पहुंची। शुरुआती जांच में अधिकारियों को पता चला है कि जिस गांव में घटना हुई उसी गांव में तंजील ने 64 स्क्वायर मीटर की एक छोटी सी जमीन खरीदी थी। उन्होने जिससे जमीन खरीदी थी उसका फैमिली डिस्प्यूट था। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि उक्त जमीन पर मकान बनवाते समय भी विवाद हुआ था। हालांकि अधिकारियों का कहना है अभी सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है।

लखनऊ से भेजे गये अफसर

पुलिस वीक के चलते अधिकतर पुलिस आफिसर लखनऊ में ही थे। इसमें बिजनौर के एसपी सुभाष सिंह बघेल को साढ़े तीन बजे रात में जगाकर बिजनौर के लिए रवाना किया गया। वहीं आईजी एटीएस असीम अरुण और आईजी एसटीएफ राम कुमार को भी मौके पर उनकी टीमों के साथ भेजा गया है।

Posted By: Inextlive