आमतौर पर सनस्‍क्रीन लोशन को तेज धूप में शील्‍ड के रूप में देखा जाता है. माना जाता है कि अच्‍छी क्‍वालिटी का सनस्‍क्रीन लोशन से अल्‍ट्रा वॉयलेट किरणों से बचा जा सकता है. लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि यही सनस्‍क्रीन लोशन आपको स्किन कैंसर जैसी बीमारी दे सकता है.


सनस्क्रीन लोशन से कैंसर तकसनस्क्रीन लोशन के दुष्प्रभावों पर रिसर्च कर रहे एक्सपर्ट्स ने एक रिपोर्ट पेश की है जो कहती है कि सनस्क्रीन लोशन इसके यूजर्स को स्किन कैंसर जैसी बीमारी दे सकता है. ब्रिटिश एसोशिएसन ऑफ डर्मेटॉलिजिस्ट्स की रिपोर्ट कहती है कि पिछले साल 72 परसेंट लोगों को सनबर्न हुआ जिनमें मेलानोमा के बढ़ने की संभावना है. रिपोर्ट आगे कहती है कि वर्तमान में लोग पहले की अपेक्षा कहीं ज्यादा सनस्क्रीन लगाते हैं लेकिन यूके में स्किन कैंसर इस समय पांचवा सबसे बड़ा कैंसर है. इसके अलावा पिछले साल आई रिपोर्ट कहती है कि सबसे अच्छा कहा जाने वाला सनस्क्रीन लोशन SPF50 भी स्किन को पूरी तरह से सुरक्षा नहीं देता है. SPF50 से भी होता है नुकसान
रिपोर्ट कहती है कि SPF50 सनस्क्रीन लोशन भी यूवी रेडिएशन से बचाने में असक्षम है. इसको लगाने के बावजूद भी स्किन पिगमैंट सेल्स के डीएनए को नुकसान पहुंचाती है. इससे स्किन कैंसर होने का खतरा बना रहता है. इसके अलावा सनस्क्रीन आपके शरीर में विटामिन डी की कमी को भी बढ़ाता है जो नेचुरल तरीके से धूप से ही मिलता है.

Posted By: Prabha Punj Mishra