-प्रभु श्रीकृष्ण के श्रृंगार के लिए वृंदावन से मंगाई गई एक लाख से अधिक की पोशाक

ALLAHABAD: प्रभु श्रीकृष्ण के सिर का मुकुट हो, बांसुरि की मधुर स्वर लहरियां या फिर सिर का ताज मोरपंख हो। यह सब कुछ दिखाई देगा बलुआघाट स्थित इस्कॉन मंदिर में। वह भी कान्हा की नगरी वृंदावन का। इस बार प्रभु श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव समारोह को यादगार बनाने के लिए उन्हें और राधा रानी को एक या दो हजार नहीं बल्कि डेढ़ लाख रुपए की आकर्षक डिजाइन से युक्त पोशाक पहनाया जाएगा। इस्कॉन मंदिर में लखटकिया पोशाक का नजारा प्रभु श्रीकृष्ण के दरबार में श्रद्धालुओं को देखने को मिलेगा।

वृंदावन जाएंगे समिति के सदस्य

प्रभु के लिए डिजाइनर पोशाक लेने के लिए इस्कॉन मंदिर प्रबंधन समिति के तीन सदस्य छह अगस्त को वृंदावन जाएंगे। इसके लिए समिति की ओर से डेढ़ लाख रुपए का बजट मंजूर किया गया है। प्रभु श्रीकृष्ण के सिर का मोरपंख, पैरों का पायल, जड़ीदार कुर्ता, जड़ी व मोती से निर्मित मुकुट व बांसुरि शामिल है।

15 अगस्त को होगा मुख्य आयोजन

इस्कॉन मंदिर में 15 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। लेकिन प्रभु को पोशाक 14 अगस्त की रात में ही पहना दिया जाएगा। उस दिन 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा और चांदी के 108 कलश से प्रभु का अभिषेक किया जाएगा।

नौ अगस्त से शहरियों को निमंत्रण

मंदिर में 15 अगस्त को समारोह मनाया जाएगा लेकिन लखटकिया पोशाक से शहरियों को प्रभु के प्रति भक्ति भाव जगाने के लिए हरि नाम संकीर्तन यात्रा नौ अगस्त से निकाली जाएगी। समिति के दस सदस्य शहर के अलग-अलग हिस्सों में जाकर समारोह में शामिल होने के लिए शहरियों को निमंत्रण देंगे। समिति के सदस्यों की मानें तो इस बार दस हजार लोगों को समारोह की भव्यता दिखाने के लिए आमंत्रित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

इस बार मंदिर प्रबंधन समिति ने कुछ अलग तरीके से प्रभु जन्मोत्सव समारोह मनाने का निर्णय लिया है। इसलिए आयोजन को भव्य बनाने के लिए वृंदावन के कारीगरों से डेढ़ लाख रुपए की आकर्षक डिजाइन की पोशाक बनवायी जा रही है।

स्वामी पूर्णकात दास, सदस्य इस्कॉन मंदिर प्रबंधन समिति

Posted By: Inextlive