- परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से स्टेशनों पर लगाए गए हैं आईसोलेशन कोचेज

- रेलवे व प्रशासन कर रहे मॉनिटरिंग, मऊ में लगे कोच में एडमिट हो चुके हैं 59 पेशेंट्स

परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से स्टेशनों पर लगाए गए हैं आईसोलेशन कोचेज

- रेलवे व प्रशासन कर रहे मॉनिटरिंग, मऊ में लगे कोच में एडमिट हो चुके हैं भ्9 पेशेंट्स

GORAKHPUR: GORAKHPUR: कोरोना से जंग में एनई रेलवे भी अहम भूमिका निभा रहा है। कोरोना पेशेंट्स के इलाज में दिक्कत न हो, इसके लिए एनईआर में भी ट्रेन कोचेज को आईसोलेशन वार्ड में तब्दील किया गया है। संक्रमित मरीजों को तमाम सुविधाएं दिए जाने के लिए एक्स्ट्रा इंफ्रास्ट्रक्चर के तौर पर ये कोच तैयार किए गए हैं। राज्य सरकार के अनुरोध पर जरूरत के मुताबिक इन्हें तैनात किया जा चुका है। इनमें यूपी कोविड-क्9 मरीजों को आईसोलेशन कोच में रखने वाला पहला राज्य बन गया है। रेलवे के नॉन एसी डिब्बों से तैयार आईसोलेशन कोच को मऊ स्टेशन पर तैनात किया गया है। जिसमें अब तक कोविड-क्9 के भ्9 से ज्यादा संदिग्ध मरीज भर्ती हुए हैं।

मुस्तैद ख्क्7 कोविड केयर सेंटर कोच

कोरोना वायरस से निपटने के लिए एईआर रेलवे द्वारा कोचों को कोविड केयर सेंटर के रूप में बदला गया। तय टारगेट के सापेक्ष कुल ख्क्7 कोचों को समय से पहले पूरा कर दिया गया। यूपी सरकार द्वारा रेलवे के कुल क्ब् स्टेशनों पर इन कोचेज को लगाया जा चुका है। इसमें गोरखपुर, वाराणसी सिटी, गोंडा, बरेली सिटी, मंडुवाडीह, बलिया, मऊ, गाजीपुर सिटी, आजमगढ़, नौतनवा, फर्रूखाबाद, भटनी, देवरिया सदर, बहराईच, कासगंज शामिल हैं। प्रत्येक रेक में कुल क्0 कोच लगाए गए हैं। कोच की संरचना में क्0 कोच-कोविड केयर सेंटर, एक एसी कोच एवं एक एसएलआर लगाया गया है। एक कोच में मरीजों के लिए 8 केबिन बनाए गए हैं। वहीं भटनी स्टेशन पर दो रेकों को रखा गया है। जिनमें एक रेक को आवश्यकता पड़ने पर देविरया सदर स्टेशन पर लगा दिया जाएगा। साथ की एक कोविड सेंटर रेक को नकहा जंगल स्टेशन पर भी खड़ा किया गया है।

ख्7 हुए स्वस्थ

मऊ स्टेशन पर तैनात आईसोलेशन कोच में अब तक एडमिट हुए भ्9 कोरोना पेशेंट्स में ख्7 स्वस्थ हो जाने पर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। वर्तमान में फ्ख् मरीजों का इलाज चल रहा है।

सुविधाओं से लैंस कोविड केयर सेंटर

रेलवे के कोरोना केयर सेंटर मरीजों की मूलभत सुविधाओं से लैस हैं। इनमें नहाने के लिए शॉवर, मच्छरदानी, बायो टॉयलेट, प्लग, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा गर्मी से बचाव और तापमान नियंत्रित करने के लिए कोचों की छत को विशेष वस्तु से ढका गया है।

वर्जन

राज्य सरकार की मांग पर विभिन्न स्टेशनों पर कोविड केयर सेंटर कोच को लगा दिया गया है। कुछ रेकों को रिजर्व भी रखा गया है। जरूरत के हिसाब से उन्हें लगाया जाएगा। रेलवे इस आपदा की घड़ी में राज्य सरकार के सहयोग में लगी है।

पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ

Posted By: Inextlive