पार्षदों का आरोप आपत्तियों के निस्तारण की नहीं दी गई जानकारी

नियमों के साथ किया गया खिलवाड़, एक नाम के दो-दो वार्ड

परिसीमन से नाराज कई पार्षद कोर्ट जाने की तैयारी में

ALLAHABAD: पुराने शहर के कटघर वार्ड के बलुआघाट पर एक महीने तक कार्तिक मेला का आयोजन होता है। नए परिसीमन में इसका अस्तित्व ही समाप्त कर दिया गया है। रामबाग वार्ड को भी समाप्त कर कीडगंज और साउथ मलाका में शामिल किया गया है। इसके अलावा शहर के करीब-करीब सभी 80 वार्डो का एरिया थोड़ा बहुत ही सही, बदल दिया गया है। इस उथल-पुथल का सीधा असर एक तरफ जहां नगर निकाय चुनाव की तैयारी कर रहे निवर्तमान पार्षदों और नए प्रत्याशियों पर पड़ेगा। वहीं लांग टाईम बैड और गुड इम्पैक्ट वार्डो के वाशिंदों पर भी होगा। परिसीमन को गड़बड़ बताते हुए कई पार्षद कोर्ट जाने की तैयारियों में जुट गए हैं तो कई मन मसोसकर यह पता लगाने में जुटे हैं आखिर उनके वार्ड की चौहद्दी कहां से कहां तक है। परिसीमन का इंपैक्ट क्या होगा के सवाल के साथ दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने नगर निगम के वरिष्ठ पूर्व पार्षदों व जानकारों से बात की।

परिसीमन के नुकसान

सफाई व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया और कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ाई तो फिर वार्ड के लोगों को गंदगी की समस्या झेलनी होगी। क्योंकि परिसीमन से एरिया बढ़ेगा तो कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ानी होगी

राशन यानी कोटे की दुकानों का कोड बदल जाएगा। हो सकता है कि स्थान भी बदल जाए, क्योंकि आबादी के अनुसार कोटे की दुकानें आवंटित की जाती हैं

वैसे ज्यादातर लोग आधार पर मकान नंबर लिखते हैं, अगर किसी ने एड्रेस में वार्ड नंबर लिखा होगा तो उसे वार्ड नंबर बदलवाना पड़ेगा

परिसीमन के लिए वार्ड की आबादी का आंकड़ा 13,900 निर्धारित किया गया है। कई वार्ड ऐसे हैं, जहां आबादी से अधिक वोटर हैं।

परिसीमन के फायदे

वार्डो की आबादी लगातार बढ़ रही है, कागज में पुराने आंकड़े ही दर्ज हैं। परिसीमन में नए क्षेत्र और नई आबादी आने से डेवलपमेंट आबादी के अनुसार होगा

फेरी नीति लागू करने और वार्ड में वेंडिंग जोन बनाने में आसानी होगी

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में शामिल हो सकेंगे वार्ड के सभी लोग

खत्म किया गया वार्ड- कटघर

आबादी- 12443

मुट्ठीगंज-1 वार्ड 60- आबादी- 7309

मुट्ठीगंज-2 वार्ड 68- आबादी, 13440

नोट: मुट्ठीगंज वार्ड की आबादी को 12 हजार करने के लिए कटघर वार्ड को खत्म किया गया। कटघर की आबादी और एरिया को मुट्ठीगंज-1 और कुछ एरिया दरियाबाद वार्ड में मिलाया गया।

रामबाग- वार्ड 67

आबादी- 6000

12 हजार से कम आबादी होने के कारण रामबाग वार्ड का अस्तित्व समाप्त कर मलाक और कीडगंज में मिला दिया गया।

चांदपुर सलोरी वार्ड 48- आबादी 4528

सलोरी वार्ड 54- आबादी 9612

सादियाबाद वार्ड 2- आबादी 12,125

ईश्वर शरण वार्ड-7- आबादी 6750

नोट- इन चार वार्डो में चांदपुर सलोरी को सलोरी में और ईश्वर शरण को सादियाबाद व सलोरी में ब्लाक मिलाकर बराबर कर दिया गया।

2012 में 2001 की जनगणना पर चुनाव कराया गया। इसका असर विकास कार्यो पर पड़ा, क्योंकि एक्चुअल आबादी आंकड़ों से अधिक थी। अब जनगणना 2011 के अनुसार वार्डो का परिसीमन हुआ है तो कुछ लाभ होगा।

कमलेश सिंह

पूर्व पार्षद

परिसीमन में काफी गड़बड़ी है। आपत्तियों के निस्तारण से पहले कोई जानकारी नहीं दी गई। गवर्नमेंट का जीओ है कि रोड बाइंडिंग के नियम को तोड़ कर परिसीमन नहीं किया जा सकता है। लेकिन इसका खुलेआम उल्लंघन हुआ है।

शिवसेवक सिंह

निवर्तमान पार्षद

Posted By: Inextlive