-एटूजेड का प्लांट बंद होने से पनकी भव सिंह में में लगा है कचरे का पहाड़

- नई कंपनी को प्लांट लगाने के लिए निगम दे चुका ग्रीन सिग्नल, शासन में अटका मामला

शहर में हर दिन निकलने वाले एक हजार मीट्रिक टन से अधिक कचरे के निस्तारण की समस्या अगले महीने हल हो सकती है। वेडनेसडे को चीफ सेक्रेटरी आलोक रंजन की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में इसके संकेत दिए गए। सॉलिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की दौड़ में दो कम्पनी शामिल हैं। एक कम्पनी के लिए नगर निगम कार्यकारिणी और सदन हरी झंडी दे चुका है। मीटिंग में म्यूनिसिपल कमिश्नर भी श्ामिल हुए।

चीफ सेक्रेटरी ने दिए संकेत

गौरतलब है कि करीब डेढ़ साल से पनकी भव सिंह स्थित सॉलिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बन्द है। लाखों टन कचरा जमा होने के कारण आसपास रहने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के हल के लिए नगर निगम कार्यकारिणी और सदन ने सिबरी कम्पनी को नया प्लांट लगाने की हरी झंडी दे दी है। प्रपोजल भी शासन को भेजा जा चुका है। पर अभी तक शासन से मामले में कोई डिसीजन नहीं हुआ है। वहीं आईएलएफएस कम्पनी भी सॉलिडवेस्ट मैनेजमेंट प्लांट चलाने का प्रस्ताव दे चुकी है। वेडनेसडे को चीफ सेक्रेटरी आलोक रंजन ने म्यूनिसिपल कमिश्नर्स के संग लखनऊ में मीटिंग की है। मीटिंग में कचरा निस्तारण की समस्या भी गूंजी। चीफ सेक्रेटरी ने अगले महीने तक इस मामले का हल हो जाने के संकेत दिए हैं।

Posted By: Inextlive