300 से अधिक ट्रेनिंग सेंटर खुलेंगे

5 एकड़ से अधिक जमीन होनी चाहिए

- पीएम कौशल विकास योजना और परिवहन विभाग सभी जिलों में शुरू करेंगे मोटर ट्रेनिंग स्कूल

LUCKNOW:

प्रदेश में रोड एक्सीडेंट की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए आईटीआई (इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सेंटर) अब लोगों को ड्राइविंग की ट्रेनिंग देगा। इसके लिए वह परिवहन विभाग के साथ मिल कर काम करेगा। प्रदेश के सभी जिलों में मोटर ट्रेनिंग स्कूल खोलने की तैयारी कौशल विकास मंत्रालय ने तैयारियां शुरू की है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार जिन जिलों में आईटीआई सेंटर हैं और उनके पास इसके लिए जमीन है, वहां इसकी सुविधा शुरू होगी।

जॉब के बढ़ेंगे चांस

पीएम कौशल विकास योजना के अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में अनट्रेंड ड्राइवरों के कारण एक्सीडेंट की संख्या बढ़ रही है। इसे देखते हुए ही प्रदेश में 300 से अधिक आईटीआई संस्थानों में मोटर ट्रेनिंग स्कूल खोलने की तैयारी है। जिन संस्थानों में 5 एकड़ से अधिक जमीन है, वहां ये खोले जाएंगे। परिवहन विभाग के अधिकारी इसमें मदद करेंगे। इन ट्रेनिंग सेंटर से ड्राइविंग की ट्रेनिंग लेकर निकले लोगों को जॉब में भी वरीयता दी जाएगी। प्राइवेट कंपनियां भी जॉब के लिए यहां के ड्राइवरों से संपर्क करेंगी। संस्थानों में हैवी वाहन चलाने की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। अभी फोर व्हीलर ड्राइवरों को ही हैवी वाहन चलाने के लिए दे दिए जाते हैं।

अभी सरकारी सुविधा नहीं

विभागीय अधिकारियों के अनुसार इन ट्रेनिंग स्कूलों में आवासीय सुविधा नहीं होगी। सभी जिलों में इनके बनने से स्थानीय लोग इस सुविधा का आसानी से लाभ उठा सकेंगे। इन ट्रेनिंग सेंटर्स में सभी तरह के वाहनों को चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। अभी किसी भी ड्राइविंग स्कूल में ऐसी सुविधा उपलब्ध नहीं है। यहां ट्रेनिंग की फीस भी कम होगी। गोरखपुर में इसका काम शुरू भी हाे गया है।

कौशल विकास और परिवहन विभाग के सहयोग से आईटीआई में मोटर ट्रेनिंग स्कूल खुलने हैं। इसके लिए प्रदेश की सभी आईटीआई में जमीन की तलाश हो रही है। गोरखपुर में मोटर ट्रेनिंग स्कूल बनाने की शुरुआत हो चुकी है।

चेतन चौहान, कौशल विकास मंत्री

Posted By: Inextlive