RANCHI :रविवार को मेन रोड में चलने में न कोई थकान, न कहीं जाम, ट्रैफिक भी स्मूथ, पैदल चलना भी आसान रहा। नहीं तो और दिन तो बस रास्ता चलना दूभर तो पग पग पर जाम। लेकिन इस दिन यहां इन सब परेशानियों से काफी हद तक निजात मिली। इससे पब्लिक काफी खुश दिखी। दरअसल प्रशासन के प्रयास का यह असर है। मेन रोड को जाम से मुक्त कराने के लिए यहां एक सितंबर से ई-रिक्शा का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया है, और यहां सिटी बस की सेवा आरंभ हुई है। मेन रोड में अब ई-रिक्शा के स्थान पर लाल सिटी बसें दौड़ने लगी हैं। यह बसें फिरायालाल चौक से लेकर राजेंद्र चौक तक जायेंगी और फिर सवारी लेकर राजेंद्र चौक से वापस फिरायालाल चौक आयेंगी। पहले से निर्धारित यह सेवा सुबह आठ बजे से शुरू हुई। पहले दिन आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने भी इसमें सफर किया और पैसेंजर्स से उनकी राय जानने की कोशिश की। अधिकतर ने नई व्यवस्था की सराहना की और इसे अन्य सड़कों पर भी शुरू करने की बात कही। लोगों ने कई सुझाव भी दिए।

बहुत अच्छी शुरुआत है। इससे हम लोगों को फायदा होगा। सबसे अच्छी बात तो यह है कि इसका भाड़ा मात्र पांच रुपए रखा गया है। ऐसी सुविधा राजधानी के दूसरे सड़कों पर भी करनी चाहिए। बस में बुजुर्गो का थोड़ा ख्याल रखा जाये और उन्हें चढ़ने उतरने के लिए सीढि़या बनाई जाएं तो यह और सफल होगा।

एसएस चावड़ा

सरकार की यह सोच सराहनीय है। इससे रोड पर लगने वाले जाम में कमी आयेगी। भाड़ा भी कम है और समय पर पहुंच भी जायेंगे। सबसे अच्छी बात यह है बस में पुरुष और महिला सीट अलग-अलग है जिससे किसी को कोई परेशानी नहीं होगी। ई-रिक्शा वालों के लिए भी कोई अलग व्यवस्था करनी चाहिए। उनका भी परिवार है।

देवकी रानी

अच्छा लग रहा है। स्टापेज पर ज्यादा देर तक खड़ा भी नहीं रहना पड़ा। तुरंत ही बस आ गई, मैं राजेंद्र चौक के पास बस में बैठी थी और फिरायालाल में उतरना था, इतनी दूरी सिर्फ पांच रुपए में तय हो गई। ई-रिक्शा इतना का ही दस रुपए ले लेते थे। भाड़ा कम होने के कारण ऐसा भी संभव है कि जो लोग कार और बाइक लेकर निकलते हैं वे भी बस में सफर करना शुरू कर देंगे।

अनिता उरांव

ई-रिक्शा के बंद होने से हमारी परेशानी बढ़ गई है। जहां ई-रिक्शा में बैठकर तुरंत चले जाते थे। वहीं बस के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। बस सेवा शुरू की गई यह अच्छी बात है लेकिन ई-रिक्शा भी चलना चाहिए। इससे पब्लिक को ही सुविधा होती है। ई-रिक्शा के चलने से पब्लिक के पास ऑप्शन रहता है कि वे किस गाड़ी में सफर करना पसंद करेंगे।

मो। इमरान

आज असली इम्तेहान

मेन रोड में सिटी बस सेवा शुरू करना कितना सफल होगा इसकी असल परीक्षा सोमवार को ही हो सकेगी। जब सभी स्कूल, कॉलेज, सरकारी और प्राइवेट ऑफिस खुले रहेंगे। रविवार को अधिकांश संस्थायें बंद रहती हैं जिस कारण सड़क भी खाली-खाली ही रहती है। बस सेवा का साइड इफेक्ट होता है या नहीं यह सोमवार को ही पता चल सकेगा।

क्या कहते हैं बस ड्राइवर

बस में 32 सीट है, इससे एक बार में 32 सवारी सफर कर सकते हैं। इसलिए यह ई-रिक्शा या ऑटो से ज्यादा सफल होगी। बस के लिए लोगों को ज्यादा इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा। लेकिन बिना प्रशासन के सहयोग से यह सफल नहीं हो सकता। कोई भी ड्राइवर अपना और पैसेंजर का जान जोखिम में डालकर बस नहीं चला सकता।

प्रभाकर, बस ड्राइवर

Posted By: Inextlive