- शहर की जेलों में भरे गए हैं क्षमता से तीन गुना तक ज्यादा बंदी

-जिला जेल में 30 बंदियों की जगह में रह रहे हैं 80 बंदी, सेंट्रल जेल में भी सेम हाल

- नई जेल और नई बैरकों का निर्माण ठंडे बस्ते में

प्रदेश भर की जेलों में ओवर क्राउडिंग इस समय सबसे बड़ी समस्या है। संवेदनशील मानी जाने वाली बनारस की जेलों में शायद हालात कुछ ज्यादा ही खराब हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो जिला जेल में 30 बंदियों की जगह में 80 बंदी रखे गये हैं। यानी कि एक की जगह पर ढाई आदमी, ऐसे ही सेंट्रल जेल में ज्यादा जगह होने के बावजूद एक की जगह में डेढ़ से दो कैदियों को अटाया जा रहा है। जेल अधिकारी भी हालात से परेशान हैं मगर व्यवस्था को हर हाल में चलाना उनकी जिम्मेदारी है।

747 की जगह में ठूंसे गए 1800

जिला जेल में मंगलवार को कुल 1,834 बंदी थे। जबकि जेल में मानकों के अनुसार 747 बंदियों को रख सकने की ही जगह है। जिला जेल की महिला बैरक की कैपेसिटी 30 महिला बंदियों को रखने की है मगर इसमें 75 महिलाओं को रखा गया है। इसी तरह सेंट्रल जेल में 1100 कैदियों की जगह में 1650 कैदियों को ठूंसा गया है।

जगह के लिए होता है झगड़े

नियमों के मुताबिक दिन के वक्त बंदियों को बैरकों से बाहर रहने की अनुमति है मगर रात के खाने के बाद इनकी गिनती कर बैरकों में बंद कर दिया जाता है। जेल के कर्मचारी बताते हैं कि सोने की जगह के लिए बंदियों के बीच अक्सर मारपीट और तकरार होती रहती है। जाहिर है रसूख वाले बंदी अच्छी जगहों पर सोते हैं जबकि आम बंदियों को उसी हालनुमा कमरे में जहां-तहां जगह बनानी पड़ती है।

ठंडे बस्ते में गई नई जेल

वाराणसी जिला जेल को शहर के बाहर शिफ्ट करने का प्रस्ताव पांच साल से विभागों के गलियारों में चक्कर लगा रहा है। बीच में शासन ने चौबेपुर में जमीन तलाशने का आदेश भी दिया था। जमीन नहीं मिलने के कारण नई जेल अब तक ठंडे बस्ते में है। जिला जेल में अप्रैल-2016 में बवाल के बाद सर्किल की दीवारों को मजबूत बनाने और नई दो मंजिला बैरकें बनाने की योजना भी बनाई गई मगर इस प्रस्ताव का भी अब तक कोई क्रियान्वयन नहीं हो सका।

वर्जन

क्षमता से ज्यादा कैदी या बंदी प्रदेश ही नहीं देशभर की जेलों की समस्या है। हमने जेल में नई बैरकों के निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा है। अनुमति मिल जाने पर बंदियों के लिए पर्याप्त जगह बन सकेगी।

अंबरीष, वरिष्ठ जेल अधीक्षक वाराणसी

बैरकों में भीड़ तो है ही मगर कोशिश रहती है कि बंदियों को जरूरत भर जगह मिल जाए। जेल में नई बैरकों के लिए मुख्यालय से पत्राचार भी चल रहा है।

पवन कुमार त्रिवेदी, जेलर वाराणसी जिला जेल

एक नजर

वाराणसी जिला जेल

1,834

बंदी हैं वाराणसी जिला जेल में

7,47

है जिला जेल की क्षमता

3

सर्किल और 13 बैरकें

80

आदमी 30 की क्षमता वाली बैरक में ठूंसे जा रहे

60

की क्षमता वाली बैरकों में बंद हैं 150 बंदी

वाराणसी सेंट्रल जेल

,650

कैदी बंद हैं वाराणसी सेंट्रल जेल में

1,100

कैदियों को रखने की क्षमता है इस जेल में

4

सर्किल और 28 बैरकें

30

की क्षमता वाली बैरक में 45 कैदी

60

लोगों की बैरक में 90 से 100 कैदी बंद

Posted By: Inextlive