- जलनिगम के जेई व ठेकेदारों पर हमले पर डिप्लोमा इंजीनियर्स मुखर

- तीन दिन ठप रही पेयजल आपूर्ति, दर्जनों मोहल्लों में बढ़ी दिक्कत

VARANASI

उत्तर प्रदेश जलनिगम (पेयजल इकाई) के जेई सुशील कुमार गुप्ता और ठेकेदार भूपेन्द्र सिंह व कमलेश सिंह पर जानलेवा हमले के विरोध में डिप्लोमा इंजीनियर्स हड़ताल पर हैं। इसके चलते पब्लिक दिक्कत झेल रही है। पिछले तीन दिन से 18 ओवरहेड टैंकों से ठप पेयजल आपूर्ति उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद शनिवार की देर शाम से शुरू हुई। इस दौरान तमाम मोहल्लों में पेयजल संकट गहरा गया। ट्यूबवेल और मिनी ट्यूबवेल के सहारे आपूर्ति की गई।

सीवर बिछाने का काम रोका

इंजीनियर्स ने नई सीवरलाइन बिछाने का काम भी रोक दिया गया है। ऐसे में तमाम गलियों में आवागमन मुश्किलों से भरा हो गया। खजुरी, पांडेयपुर, हुकुलगंज समेत आधा दर्जन मोहल्लों में दिक्कत बढ़ गई है। अपनी चार सूत्रीय मांगें न माने जाने की हालत पर इंजीनियर्स ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) को भी बंद करने और प्रदेश भर में हड़ताल करने की चेतावनी दी है।

यहां रही पेयजल समस्या

शहर के कोनिया, राजघाट, लेबर कॉलोनी, चौकाघाट, बादशाह बाग, शास्त्री नगर समेत ट्रांसवरुणा एरिया के ओवरहेड टैंकों से पेयजल आपूर्ति ठप रही।

आंदोलन किया जाएगा तेज

भगवानपुर स्थित जलनिगम कार्यालय (गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई) परिसर में डिप्लोमा इंजीनियर्स ने शनिवार को कार्य बहिष्कार के साथ ही धरना दिया। डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के महामंत्री गौरीशंकर सिंह कुशवाहा ने कहा कि आंदोलन को और तेज किया जाएगा। पदाधिकारियों ने कमिश्नर दीपक अग्रवाल को पत्रक सौंपा। जलनिगम के इंजीनियर्स के समर्थन में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद व जल संस्थान के इंजीनियर्स भी आ गए हैं। धरना सभा को महाप्रबंधक आरपी पांडेय, परियोजना प्रबंधक एसके बर्मन, ज्योति श्रीवास्तव, डीएन तिवारी, अजमल अंसारी, शशिपाल, संतोष मिश्रा, सिकन्दर पटेल, विक्की कश्यप, अरुण कुमार सिंह, प्रेमदास आदि ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता वीपी मौर्या व संचालन उमेश झा ने किया।

चार सूत्रीय मांगों को लेकर इंजीनियर्स हड़ताल पर हैं। कार्यस्थल पर अगर इसी तरह की घटनाएं होंगी तो काम कैसे होगा? इसके लिए प्रशासन को सुरक्षा के उपाय करने चाहिए।

आरपी पांडेय, महाप्रबंधक, जलनिगम

Posted By: Inextlive