यूपी के अयोध्या में मस्जिद के लिए दी गई वैकल्पिक भूमि पर मस्जिद निर्माण में जेएमआई विश्वविद्यालय के वास्तुकला के संकाय प्रमुख प्रोफेसर एसएम अख्तर को सलाहकार वास्तुकार बनाया गया है। वह मस्जिद के साथ ही उसके आसपास के अन्य भवनों की डिजाइन तैयार करेंगे।


नई दिल्ली (एएनआई)। अयोध्या में मस्जिद के लिए दी गई वैकल्पिक भूमि पर मस्जिद बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके लिए जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) विश्वविद्यालय के वास्तुकला के संकाय प्रमुख, प्रोफेसर एसएम अख्तर की मदद ली जाएगी। प्रोफेसर एसएम अख्तर को अयोध्या के धन्नीपुर गांव में बनाई जाने वाली मस्जिद के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (IICF) ट्रस्ट में सलाहकार वास्तुकार के रूप में नियुक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या में आवंटित भूमि पर एक मस्जिद और अन्य सुविधाओं के निर्माण के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के रूप में एक 15-सदस्यीय ट्रस्ट बनाया था।निर्माण कार्य के लिए बनाया गया ट्रस्ट


अयोध्या-बाबरी मस्जिद भूमि मामले में, सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 9 नवंबर को केंद्र सरकार को अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए स्थल सौंपने का निर्देश दिया था और उसी के लिए एक ट्रस्ट बनाया था। वहीं शीर्ष अदालत ने सरकार को सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद के निर्माण के लिए अयोध्या में एक प्रमुख स्थान पर वैकल्पिक पांच एकड़ जमीन आवंटित करने का निर्देश दिया था। पांच एकड़ जमीन को स्वीकार कर लिया

इसके बाद फरवरी में, उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में मस्जिद के निर्माण के लिए प्रदान की गई पांच एकड़ जमीन को स्वीकार कर लिया। ट्रस्ट एक धर्मार्थ अस्पताल, सार्वजनिक पुस्तकालय और भारत-इस्लामिक सभ्यता की विरासत को प्रदर्शित करने वाले एक केंद्र का भी निर्माण करेगा। बोर्ड के मुताबिक एक शोध और अध्ययन केंद्र के रूप में भी काम करेगा।

Posted By: Shweta Mishra