जम्मू-कश्मीर में एलएडब्ल्यूडीए डल झील की सफाई का कार्यक्रम शुरू किया है। मशीन के बाद अब इसमें मजदूर काम कर रहे हैं। कोरोना वायरस संकट के बीच इस सफाई कार्यक्रम से सैकड़ों निवासियों को रोजगार भी प्राप्त हो रहा है।


श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) (एएनआई)। कोरोना वायरस संकट के बीच श्रीनगर में झीलों और जलमार्ग विकास प्राधिकरण (LAWDA) ने डल झील को साफ करने के लिए एक बड़े मिशन की शुरुआत की है। यहां पर झील की मैनुअल सफाई हो रही है। डल झील की सफाई में मशीनों का उपयोग करके कई ड्राइव के बाद झीलों और जलमार्ग विकास प्राधिकरण ने झील के भीतर लिली पैड को साफ करने के लिए अब मानव शक्ति पर भरोसा करना शुरू कर दिया है। इस सफाई कार्यक्रम से सैकड़ों निवासियों को रोजगार भी प्राप्त हो रहा है। हर दिन लगभग 1,000 मजदूरों को काम पर लगे हैं


मिशन का उद्देश्य लिली पैड, क्रीपर्स, शैवाल, पानी के पौधों और जल शरीर में मौजूद अन्य अपशिष्ट पदार्थों जैसे खरपतवारों को साफ करना है। इस संबंध में एलएडब्ल्यूडीए के अधिकारी शब्बीर हुसैन ने एएनआई को बताया कि हम डल और निगीन झीलों में हर दिन लगभग 1,000 मजदूरों को काम पर लगा रहे हैं। डल झील अर्थव्यवस्था में प्रमुखता से योगदान करती

इस दाैरान ये मजदूर खरपतवार को जड़ से निकाल लेते हैं जबकि मशीनें केवल ऊपरी परत को काट सकती हैं। सबसे चर्चित पर्यटन स्थलों में से एक होने के नाते डल झील हर साल दुनिया भर से बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करती है और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में प्रमुखता से योगदान करती है।

Posted By: Shweta Mishra