रविवार रात साढ़े 8 बजे कालीबाड़ी मंदिर के पास हुआ था तेज धमाका

-पुलिस पहुंची खुलासे के करीब, पहले भी बम विस्फोट में जा चुका है जेल

-गैंग का मकसद रंगदारी बढ़ाना और लोगों के दिलों में दहशत पैदा करना था

JAMSHEDPUR: कालीबाड़ी मंदिर के पास बम विस्फोट किसी आतंकी की साजिश नहीं बल्कि आतंक फैलाने का प्लान था। इसे अंजाम देने वाला कोई बाहरी संगठन नहीं बल्कि शहर में ही अपना दहशत फैलाने की कोशिश कर रहा एक गैंग है। इस गैंग का मकसद अपनी रंगदारी बढ़ाना और लोगों के दिल में दहशत पैदा करना था। इस बम विस्फोट के खुलासे के पुलिस बहुत करीब है। सूत्रों की माने तो पुलिस ने इस साजिशकर्ता को पकड़ भी लिया है। हालांकि, पुलिस अभी तक इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

पुराने बम विस्फोट से जुड़ा तो नहीं

बम विस्फोट मामले में पुलिस ने आतंकी हमले से लेकर हर पहलुओं पर जांच की। पुलिस को घटनास्थल से एक अहम सुराग मिला। जिसने पूरी घटना को ही मोड़ दिया। पुलिस सोर्स के मुताबिक इस घटना के पीछे आदित्यपुर के एक युवक का हाथ है। पुलिस ने उस युवक मनोज पासवान को हिरासत में भी लिया है। हालांकि पुलिस इस बात को खुली जुबां से बयां नहीं कर रही है। मनोज पासवान कोई नया नाम नहीं है। मनोज वही शख्स है, जिसने ख्008 में बिष्टुपुर पोस्ट ऑफिस के पास हुए बम विस्फोट को भी अंजाम दिया है। पुलिस ने उस समय जांच कर मनोज को गिरफ्तार किया था। मनोज के पास से तब भारी मात्रा में बारूद मिला था। पुलिस इस घटना को भी उसी से जोड़ कर देख रही है।

एनआईए टीम तक आ चुकी है जांच को

बेल्डीह कालीबाड़ी मंदिर के पीछे कूड़ेदान में हुए बम विस्फोट ने न सिर्फ पुलिस की नींद उड़ा दी है बल्कि लोगों के दिल में दहशत भर दी है। सभी के दिमाग में सिर्फ एक ही बात चल रही है कि इस बम विस्फोट के पीछे किस आतंकी संगठन का हाथ है या फिर स्लीपर सेल एक्टिव हो गई या फिर नक्सलियों ने इसे अंजाम दिया है। इसको लेकर पुलिस टीम ने घटनास्थल की संगीनता से जांच की। फिर डॉग स्क्वॉयड टीम को बुलाया गया। इसके बाद रांची से फोरेंसिक टीम आई। फिर एनआईए की टीम ने भी जांच कर सैंपल बटोरे। मगर एक भी टीम इस ब्लास्ट के पीछे किसका हाथ हो सकता है, नहीं बताया।

आतंकियों की तरह की थी प्लानिंग

पुलिस सोर्स के मुताबिक बम विस्फोट के पीछे मनोज पासवान का ही हाथ है। इस बार उसने पुलिस को चकमा देने के लिए पूरी प्लानिंग आतंकी साजिश की तरह की थी। जिससे पुलिस का शक उस पर न जाए। हालांकि स्टार्टिग में वह पूरी तरह कामयाब भी रहा था। क्योंकि स्टार्टिग में सभी लोग इस मामले को आतंकी साजिश से जोड़ कर देख रहे थे।

उड़ गए थे कूड़ेदान के परखच्चे

रविवार रात करीब साढ़े 8 बजे कालीबाड़ी मंदिर के पास एक तेज धमाका हुआ। जो जहां था, वहीं सहम गया। थोड़ी देर बाद जब मंदिर के पुजारी ने बाहर निकल कर देखा तो कूड़ेदान के परखच्चे उड़े हुए हैं। जिसके टुकड़े दूर-दूर फैलने के साथ मंदिर की छत तक आए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। थोड़ी ही देर में घटनास्थल छावनी में तब्दील हो गया। तीन दिन तक रास्ता भी बंद रहा। पुलिस के साथ जांच के लिए विभिन्न टीम आई और मौका-मुआयना किया। टीम ने पुजारी के साथ कई लोगों से पूछताछ की।

Posted By: Inextlive