-पिछले एक हफ्ते से शीतलहरी की चपेट में है शहर

-सोमवार को शहर का मिनिमम टेंपरेचर डिग्री सेल्सियस रहा

JAMSHEDPUR: पिछले करीब एक हफ्ते से स्टील सिटी ठंड की गिरफ्त में है। लोग ठिठुर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था नहीं की जा रही है। हालांकि, शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन के जेएनएसी, एमएनएसी और जुगसलाई नोटिफाइड एरिया कमिटी को चिन्हित क्षेत्र में अलाव की व्यवस्था करने का आदेश दिया गया है, लेकिन एक-दो स्थानों को छोड़कर अधिकतर जगहों पर अलाव नहीं जल रहे हैं। इससे सड़क किनारे जीवन गुजर-बसर करनेवाले लोग ठंड का सितम झेलने के लिए मजबूर हैं।

यह है हकीकत

म्यूनिसिपल्टीज के अधिकारियों का दावा है कि शहर के चिन्हित सभी जगहों पर रोजाना अलाव जलाए जा रहे हैं, लेकिन जब आई रिपोर्टर ने विभिन्न इलाकों का मुआयना किया और आम लोगों से बातचीत की, तो हकीकत कुछ और सामने आई। अलाव की व्यवस्था नहीं होने की वजह से लोग कार्टन, टायर आदि जलाकर ठंड से निजात पाने की कोशिश कर रहे थे।

जेएनएसी को मिली है जिम्मेदारी

जिला प्रशासन ने जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र में जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमिटि (जेएनएसी) को शहर के ख्ख् स्थानों पर अलाव की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। साकची स्थित बड़ा गोलचक्कर, शीतला मंदिर, एमजीएम हॉस्पिटल, मिनी बस स्टैंड पोस्ट ऑफिस के पास, नौ नंबर स्टैंड, सोनारी स्थित रूपनगर चौक, कागलनगर चौक, एरोड्रम ऑटो स्टैंड, कदमा स्थित शीतला मंदिर उलियान चौक, गणेश पूजा मैदान एमटू चौक, बिष्टुपुर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा ऑटो स्टैंड, डायगनल रोड ऑटो स्टैंड, खरकाई ब्रीज के सामने, बर्मामाइंस स्थित दुर्गा पूजा मैदान चौक, गोलमुरी स्थित फूडप्लाजा चौक, बारीडीह स्थित मर्सी हॉस्पिटल, बारीडीह ऑटो स्टैंड, ह्यूमपाइप स्थित भुईयांडीह पुल के पास, मानगो बस स्टैंड आदि इलाकों में अलाव की व्यवस्था की जिम्मेदारी जेएनएसी की है।

शीतलहर को देखते हुए शहरी क्षेत्र में जेएनएसी, एमएनएसी और जुगसलाई नोटिफाइड एरिया कमिटी को चिन्हित क्षेत्र में अलाव की व्यवस्था करने का आदेश दिया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में सीओ की देखरेख में अलाव की व्यवस्था की जा रही है। दाईगुट्टू में मैंने अलाव जलते देखा है। अगर किसी चिन्हित स्थान पर अलाव नहीं जल रहा है तो मुझे इसकी जानकारी नहीं है।

-आलोक कुमार, एसडीओ, धालभूम

अलाव की व्यवस्था के लिए दो टीमों का गठन किया गया है। शुक्रवार को साकची में अलाव जलाया गया था। बीच में पानी पड़ने से लकडि़यां भींग गई थीं। हो सकता है कि इस वजह से बीच में अलाव नहीं जला हो। आज से से सभी स्थानों पर अलाव की व्यवस्था कर दी जाएगी।

-अयोद्या सिंह, जेएनएसी

मानगो अक्षेस के अंतर्गत आने वाले सभी चिन्हित जगहों पर पिछले तीन दिनों से रोजाना अलाव जलाए जा रहे हैं। अगर कोई कह रहा है कि अलाव नहीं जल रहा तो ये कहने की बात है।

-जगदीश यादव, विशेष पदाधिकारी, मानगो अक्षेस

मैं रोजाना साकची के आई हॉस्पिटल के पास से रिक्शा चलाता हूं, दो-तीन दिनों पहले एक दिन गोलचक्कर के पास अलाव जलाया गया था। इसके बाद से मैंने आज तक अलाव जलते नहीं देखा।

-सत्येन्द्र सिंह, रिक्शा चालक, साकची

मैं साकची में अभी तक अलाव जलते नहीं देखा है। शाम में हम सभी मिलकर कार्टन वगैरह जला कर ठंड से बचने की कोशिश करते हैं। जेएनएसी की तरफ से अलाव नहीं जलता है।

-विनोद यादव, साकची

मैं रोज रात के 9 बजे के बाद ही स्टैंड से घर जाता हूं। मैंने आजतक कभी भी शीतला मंदिर के आसपास अलाव जलते हुए नहीं देखा है। अगर अलाव जलता तो हमें भी थोड़ी राहत मिलती।

-कृष्णा रजक, ऑटो ड्राइव, साकची

Posted By: Inextlive