जमशेदपुर: 10 वर्षो से फरार अपराधी रविशंकर सिंह उर्फ रवि सिंह को परसुडीह थाना की पुलिस टीम ने पश्चिम बंगाल के संतरागांछी स्टेशन से मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया. नौ से अधिक लूट-डकैती के मामले में वह फरार था. उसकी तलाश सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया, आदित्यपुर और कांड्रा थाना समेत सीमावर्ती राज्यों की पुलिस को भी थी. लंबे समय से फरारी के कारण न्यायालय ने उसके खिलाफ स्थायी और अजमानतीय वारंट जारी किया था. झारखंड उच्च न्यायालय से भी उसकी गिरफ्तारी को लेकर तलब किया जा रहा था. आरोपित मूल रुप से जमशेदपुर के परसुडीह थाना के खासमहल राधिकानगर का रहने वाला है. उसके भाई और चाचा अच्छी नौकरी में है. पिता टाटा मोटर्स के सेवानिवृत अधिकारी है. सिटी एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि आरोपित एक गिरोह बनाकर ट्रक को माल समेत गायब कर देता था. फैक्टरी में घुसकर कर्मचारियों को बंधक बना डकैती की घटना को अंजाम देता था. 10 वर्षो की लंबी फरारी में कोलकाता स्थित राजगंज में सफेदपोश के रुप में रह रहा था. गिट्टी और बालू सप्लाई का काम कर रहा था. उसकी गिरफ्तारी को पुलिस टीम प्रयासरत थी. सूचना मिली कि वह संतरागांछी में आता-जाता है. परसुडीह थाना प्रभारी अनिमेष कुमार गुप्ता, सहायक अवर निरीक्षक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बंगाल के संतरागाछी आरपीएफ पोस्ट के इंस्पेक्टर उत्तम कुमार बंदोपाध्याय, आरपीएफ के बी. शाही, एके साहा और एसआर पासवान के सहयोग से रविशंकर सिंह को गिरफ्तार कर लिया. पत्‍‌नी के चक्कर में पकड़ा गया रवि सिंह 10 वर्षो से फरार रवि सिंह पत्‍‌नी के कारण पुलिस की गिरफ्त में आ गया. मंगलवार को रवि की पत्‍‌नी और मां उससे मिलने हावड़ा के लिए रवाना हुई थी. जिसकी भनक पुलिस को मिल गई. वहीं रवि सिंह पत्‍‌नी और मां को रिसीव करने को संतरागाछी स्टेशन में मंगलवार मध्यरात खड़ा था. मुखबिर से सूचना मिलने के कारण परसुडीह इंस्पेक्टर टीम के साथ कोलकाता पहुंच चुके थे. वहां आरपीएफ के सहयोग से रवि सिंह को पकड़ लिया गया. पुलिस के सामने फूट-फूट कर रोता रहा. कभी गैंगस्टर अखिलेश का रहा था परिचित रवि सिंह के कभी गैंगस्टर अखिलेश सिंह और गिरोह से जुड़े लोगों से भी संपर्क थे. फैक्टरी में लूट-डकैती की घटना में पकड़े जाने के कारण जेल से रिहाई के बाद जमशेदपुर को अलविदा कहर बंगाल शिफ्ट हो गया था.

Posted By: Kishor Kumar