हरियाणा में आरक्षण की मांग को लेकर जाटों का आंदोलन पांचवें दिन भी जारी है। आंदोलन थमने की बजाय और हिंसक हो गया है। खट्टर सरकार जाटों के आंदोलन को शांत करने की कोशिश में लगी है। मामले को लेकर मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सर्वदलीय मीटिंग बुलाने का फैसला किया है।

सरकार रवैया सख्त
हरियाणा में जाट आंदोलन के हिंसक होने पर केंद्र सरकार भी सख्त हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा इस मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से फोन पर बातचीत किए जाने की सूचना है। केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री से आंदोलन को काबू करने के लिए हरसंभव मदद करने का भरोसा दिलाया है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ने आज होने वाली सर्वदलीय बैठक का निमंत्रण नेताओं को खुद दिया है। इनेलो की ओर से प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा और विधानसभा में इनेलो विधायक दल के उप नेता जसविंद्र सिंह संधू सर्वदलीय मीटिंग में भागीदारी करेंगे। अशोक अरोड़ा ने मुख्यमंत्री का निमंत्रण मिलने की पुष्टि भी की है।
कांग्रेस भी होगी शामिल
कांग्रेस की ओर से विधायक दल की नेता किरण चौधरी सर्वदलीय बैठक में भागीदारी करेंगी। किरण चौधरी ने भी सीएम का फोन आने की पुष्टि की है। उधर जाटों का आंदोलन जातीय टकराव में बदलने के साथ ही हिंसक हो गया है। रोहतक, झजर, भिवानी, हिसार, जींद व फतेहाबाद में हालात पहले ही बिगड़े थे। अब कैथल, पानीपत,कुरुक्षेत्र, सोनीपत, रेवाड़ी, गुड़गांव और नारनौल में भी आंदोलन शुरु हो गया।
गैर जाटों से हुआ संघर्ष
रोहतक में लघु सचिवालय के समीप कोर्ट के बाहर आरक्षण के समर्थन में धरना दे रहे वकीलों और गैर जाट बिरादरी के लोगों में मारपीट हो गई। तोडफ़ोड़, रोड जाम, शहर के बीचों बीच प्रदर्शन के कारण भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। दोनों पक्षों के बीच झड़प में पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। यहां मामला शांत कराया गया तो छोटूराम चौक पर गैर जाट समुदाय के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस पहुंची तो पथराव कर दिया गया। वहां खड़ी एक बाइक को आग के हवाले कर दिया। उधर प्रशासन ने रोहतक, गुड़गांव और झज्जर में मोबाइल व इंटरनेट सेवाएं ठप कर दी है।

धारा 144 लगबायी गई
साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखने को कई शहरों में धारा 144 लगा दी गई है। पैरा मिलिट्री फोर्स फ्लैग मार्च कर रही है। आंदोलन के चलते रेल व सड़क यातायात तो पहले से ही बाधित था अब तो दूध, सब्जी जैसी जरूरी वस्तुओं की किल्लत बढ़ गई है। रसोई गैस की आपूर्ति भी ठप हो गई है। अधिकतर पेट्रोल पंपों पर स्टाक खत्म होने का बोर्ड लटक गया है। झज्जर से सिर्फ गुडग़ांव की तरफ जाने का रास्ता खुला है। प्रशासन ने 22 फरवरी तक सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है। बहादुरगढ़ पूरी तरह दिल्ली से कट गया था। दिल्ली बार्डर पर लगा जाम देर शाम हटा लिया गया।
सौ करोड़ के नुकसान का अनुमान
इस बीच उत्तर रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर नीरज शर्मा ने कहा कि जाट आंदोलन के चलते रेलवे यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कई ट्रेनों को जहां रद किया गया है वहीं कई के रूट बदल दिए गए हैं। मालगाडिय़ां भी प्रभावित हुई हैं जिससे कुल मिलाकर 100 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है।
सीएम के प्रस्ताव पर जाट राजी नहीं
इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को जाट और खाप नेताओं के साथ बैठक कर बीस फीसद आर्थिक आधार पर आरक्षण देने का प्रस्ताव रखा था, जिसे बैठक में ही ठुकरा दिया गया। मुख्यमंत्री ने इस मामले को निपटाने का भरोसा जाहिर किया है। उन्होंने जाट बिरादरी के आक्रोश को शांत करन का प्रयास करते हुए कहा कि अगर केंद्र सरकार आरक्षण देगी तो उन्हें ऐसा करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। 'कांग्रेस ने दिया आदर्श आरक्षण' राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि उनकी सरकार में लोगों को आदर्श आरक्षण दिया गया था, जिससे हर वर्ग के लोग सहमत थे। इसीलिए राज्य में कभी प्रदर्शन नहीं हुए।

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Posted By: Molly Seth