-जागरण कॉफी टेबल बुक 'कॉनपुर टू कानपुर' का हुआ विमोचन

KANPUR : शायद ही ऐसा कोई इतिहासकार होगा, जिसने कानपुर का जिक्र न किया हो। क्योंकि पूरी दुनिया का केंद्र कानपुर के बिठूर में है। अब ऐसे में अपने अंदर तमाम ऐतिहासिक विरासत संजोए कानपुर के कई नाम हुए हैं। पर बहुत कम लोगों को ही इसके बारे में मालूम है। कॉनपुर से कानपुर तक के ऐतिहासिक सफर को लोगों तक पहुंचाने के लिए जागरण कॉफी टेबल बुक 'कॉनपुर टू कानपुर' का विमोचन सैटरडे को हुआ। बुक का विमोचन जागरण समूह के चेयरमैन योगेंद्र मोहन गुप्त, दैनिक जागरण के संपादक संजय गुप्त, कानपुर रेंज के डीआईजी आरके चतुर्वेदी व सीएसए के वीसी प्रो। मुन्ना सिंह ने जागरण कॉलेज के लक्ष्मी देवी ऑडिटोरियम में मंडे को किया। इस दौरान आई नेक्स्ट के एडिटर एवं प्रोजेक्ट हेड आलोक सांवल, आई नेक्स्ट की एसोसिएट एडिटर व बुक की ऑथर शर्मिष्ठा शर्मा और शहर के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

कानपुर की बात ही अलग है

इस मौके पर जागरण समूह के चेयरमैन योगेंद्र मोहन गुप्त ने कहा कि जागरण समूह लगातार कोशिश कर रहा है कि शहर की सूरत बदले। और कानपुर फिर एक बार पूरी दुनिया में चमके। दैनिक जागरण के संपादक संजय गुप्त ने कहा कि मेरा जन्म इसी शहर में हुआ। क्राइस्टचर्च कॉलेज में पढ़ा और क्99ख् से दिल्ली में रहने लगा। उस समय जो इस शहर का हाल था वही आज भी है बस सड़कें थोड़ी और खराब हो गई हैं। अभी शहर लेदर और गंदगी की वजह से जाना जाता है, अब यह अच्छा है या बुरा यह मैं तय नहीं कर सकता। डीआईजी रेंज आरके चतुर्वेदी ने कहा कि मैं इस शहर में पहले कभी रहा नहीं, बस यहां के बारे में सुना था लेकिन जब डीआईजी कानपुर रेंज पद पर नियुक्ति हुई तो इस शहर में रहने और उसे जानने का मौका मिला। कानपुर की बात ही अलग है। मैं इतना कह सकता हूं कि इस शहर के बारे में जो सुना है उससे कई गुना ज्यादा अच्छा है, और इस शहर की पहचान दैनिक जागरण से भी है। सीएसए के वीसी प्रो। मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि सीएसए भी इस शहर की पहचान है। दलहन और गेहूं की तमाम सफल किस्में देने वाले सीएसए यूनिवर्सिटी फिलहाल अच्छी स्थिति में नहीं है। लेकिन इसे फिर से सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जिसका असर जल्दी ही दिखाई भी पड़ेगा।

काफी रिसर्च के बाद लिखा गया कंटेंट

आई नेक्स्ट के एडिटर व प्रोजेक्ट हेड आलोक सांवल ने गेस्ट को धन्यवाद दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि काफी मेहनत के बाद ये बुक तैयार हुई है। लोगों को इसका कंटेंट काफी पसंद आएगा। इसकी पिक्चर्स लोग कभी भूल नहीं पाएंगे। बुक की ऑथर शर्मिष्ठा शर्मा के मुताबिक, इस बुक की खासियत इसकी पिक्चर्स और इसका स्पेशल कंटेंट है। इस बुक को लिखने से पहले काफी रिसर्च की गई है। जिसके बाद इसको तैयार किया गया है। प्रोग्राम का संचालन कमल मुसद्दी ने किया। इस मौके पर संगीत संध्या का भी आयोजन किया गया।

Posted By: Inextlive