बुधवार को देहरादून के तीन परीक्षा केंद्रों पर सैकड़ों स्टूडेंट्स ने जेईई मेन की परीक्षा हुई

देहरादून,

जेईई मेन के एग्जाम में मैथ्स ने स्टूडेंट्स को खूब उलझाए रखा। एक्सप‌र्ट्स का दावा है कि इस बार कठिनाई का स्तर पिछले सालों की अपेक्षा ज्यादा रहा। हालांकि स्टूडेंट्स को अभी अप्रैल का भी विकल्प है। इस साल मेन दो बार होगा, दोनों में स्टूडेंट्स एग्जाम में बैठ सकते हैं। जिस एग्जाम में उनके अंक अधिक होंगे, उस एग्जाम के अंकों के आधार पर वह एडवांस के लिए क्वालीफाई होंगे। इन दोनों एग्जाम को मिलाकर एक अटेंप्ट माना जाएगा।

इस बार पेपर टफ

बुधवार को देहरादून के तीन परीक्षा केंद्रों पर सैकड़ों स्टूडेंट्स ने जेईई मेन की परीक्षा दी। तुलाज इंस्टीट्यूट, अयॉन जोन कुआंवाला और माया इंस्टीट्यूट में परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा में शामिल छात्रों ने बताया कि पिछली बार के मुकाबले इस बार पेपर कठिन था। वीआर क्लासेज के निदेशक वैभव राय ने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी मेथ सबसे ज्यादा मुश्किल रहा।

फिजिक्स-केमिस्ट्री आसान

फिजिक्स का सेक्शन औसत पर इसी तरह केमिस्ट्री का सेक्शन भी आसान पर लंबा था। उन्होंने बताया कि परीक्षा के बारे में ठीक आकलन 20 जनवरी को परीक्षाएं समाप्त होने के बाद ही मिल सकेगा। इस बार कट ऑफ 110-115 अंक के आस पास रहने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि क्योंकि परीक्षा ऑनलाइन और अलग-अलग स्लॉट में आयोजित की जा रही है, पेपर की कठिनाई का स्तर भिन्न हो सकता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए परसेंटाइल स्कोर पर आधारित नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया या सामान्यीकरण का फार्मूला अपनाया जाएगा। जिससे सभी विद्यार्थियों के साथ न्याय हो सके।

Posted By: Inextlive