- दो मीटिंग में कंडक्ट हुआ एग्जाम, करीब 10 फीसद ने छोड़ा एंट्रेंस

-पहली मीटिंग में करीब साढ़े 19 हजार जबकि सेकेंड मीटिंग में चार हजार स्टूडेंट्स थे रजिस्टर्ड

GORAKHPUR: कड़ी सुरक्षा के बीच सिटी के 39 सेंटर्स पर जेईई पॉलिटेक्निक एंट्रेंस रविवार को को हुआ। इसमें महज 10 परसेंट स्टूडेंट्स ही अबसेंट रहे। डिप्लोमा इंजीनियरिंग सिलेबस के अलावा फॉर्मेसी, मॉडर्न ऑफिस मैनेजमेंट, सेक्रेट्रियल प्रैक्टिस और एग्रिकल्चरल इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने की चाह रखने वाले स्टूडेंट्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। फ‌र्स्ट और सेकेंड मीटिंग को मिलाकर एग्जाम में करीब 25 हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए। इसके लिए जिला प्रशासन दिन भर मुस्तैद रहा। इसमें एक पुलिस अधिकारी के साथ ही एक प्रशासनिक अधिकारी की ड्यूटी लगाई गई थी, जो रेग्युलर निगरानी करते रहे। वहीं, प्राविधिक शिक्षा विभाग की ओर से केंद्र पर एक केंद्राधिकारी भी तैनात किया जा रहा है।

नहीं उलझा सका कोई पेपर

पॉलिटेक्निक एंट्रेंस का पेपर किसी भी स्टूडेंट्स को उलझाने में नाकाम रहा। न तो स्टूडेंट्स फिजिक्स के फॉर्मूले में उलझे और न ही केमिस्ट्री ही कोई केमिकल लोचा कर सकी। मैथ्स ने थोड़ा माथापच्ची कराई, लेकिन वह भी कोई खास असर नहीं दिखा सकी। स्टूडेंट्स की मानें तो ओवरऑल पेपर काफी अच्छा हुआ है और इसे सॉल्व करने में उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। स्टूडेंट्स के इस रीएक्शन से अब एडमिशन के लिए काफी मारामारी होने के आसार हैं।

दो शिफ्ट में कंडक्ट हुआ एग्जाम

एग्जाम दो शिफ्ट में कंडक्ट किया गया। पहली पाली सुबह 9 बजे से शुरू होकर दोपहर 12 बजे तक चली, वहीं दूसरी पाली 2.30 से 5.30 बजे तक शेड्यूल्ड थी। इसमें पहली शिफ्ट में 39 सेंटर्स पर रजिस्टर्ड 19555 स्टूडेंट्स में से 1854 गैर हाजिर रहे। वहीं, सेकेंड मीटिंग में 8 सेंटर्स पर रजिस्टर्ड करीब साढ़े चार हजार स्टूडेंट्स में से 485 ने परीक्षा छोड़ दी। एग्जाम में किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए एडीएम सिटी रजनीश चंद लगातार निगरानी कर रहे थे। वहीं सीआरओ बलराम सिंह को नोडल ऑफिसर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हर सेंटर पर एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट भी तैनात किया गया था।

डिप्लोमा और पीजी डिप्लोमा के लिए हुआ एंट्रेंस

- इंजीनियरिंग

- टेक्नोलॉजी

- होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी

- फार्मेसी

पॉलिटेक्निक में इन कोर्सेज की होती है पढ़ाई

- सिविल इंजीनियरिंग

- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग

- मैकेनिकल इंजीनियरिंग प्रोडक्शन

- मैकेनिकल इंजीनियरिंग ऑटोमोबाइल

- केमिकल इंजीनियरिंग

दो पालियों में सकुशल परीक्षा सम्पन्न हुई। कहीं से भी गड़बड़ी की कोई शिकायत नहीं मिली है। पहली पाली में 17701, जबकि दूसरी पाली में 3059 कैंडिडेट्स एग्जाम में शामिल हुए।

- विरेंद्र कुमार, प्रिंसिपल, राजकीय महिला पॉलिटेक्निक

Posted By: Inextlive