भाजपा की टिकटों की घोषणा में वेटिंग में रखे गए झारखंड के खाद्य व आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने अब पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंक दिया है। रविवार को जहां उन्होंने जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र से मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान कर दिया वहीं मंत्री पद और विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया।


रांची (ब्यूरो)। झारखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों की चौथी सूची में भी अपना नाम नहीं रहने के बाद सरयू ने एक दिन पहले ही को दो टूक एलान कर दिया था कि अब उन्हें भाजपा का टिकट नहीं चाहिए। इसके बाद रविवार को बिष्टुपुर स्थित अपने आवास पर सरयू ने भाजपा कार्यकर्ताओं-समर्थकों के साथ विचार-विमर्श किया। इसके बाद बड़ी संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं, समर्थकों व शुभचिंतकों के समक्ष जमशेदपुर पूर्वी से भी चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। रविवार को पहले उन्होंने जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही सीटों से चुनाव लड़ने की बात कही, लेकिन देर शाम इसमें सुधार करते हुए केवल पूर्वी सीट से ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी।भाजपा को निर्णय लेना है कि वह मुझे पार्टी में रखेगी या नहीं


हालांकि सरयू राय ने अभी तक भाजपा से इस्तीफा नहीं दिया है। उधर तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच भाजपा ने भी सरयू राय की पुरानी सीट जमशेदपुर पश्चिमी से देवेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। सोमवार को इस सीट पर नामांकन की आखिरी तारीख है। सरयू ने यह भी कहा कि भाजपा ने मुझे बहुत कुछ दिया है और अभी भी भाजपा की नीतियों पर है चल रहा हूं। उन्होंने यह भी घोषणा की यह मेरा आखिरी चुनाव है, केंद्रीय नेतृत्व को बता दिया था। अब भाजपा को निर्णय लेना है कि वह मुझे पार्टी में रखना चाहती है या नहीं।जमशेदपुर पूर्वी में एक परिवार का आतंकइस मौके पर सरयू ने कहा कि जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र में वैसे तो कई समस्या है, लेकिन मेरा सबसे पहला काम वहां के लोगों को भय व आतंक के माहौल से मुक्ति दिलाना होगा। वहां के लोग एक परिवार के आतंक से त्रस्त हैं। उनके खिलाफ सामान्य लोगों की बात तो दूर, डीसी-एसपी तक नहीं बोलते। दूसरा मुद्दा रोजगार का है। पूर्वी क्षेत्र में कंपनियां बंद हो रही हैं। टाटा मोटर्स भी बंदी की कगार पर है।झारखंड में बिहार के चारा घोटाले से ज्यादा भ्रष्टाचार

सरयू राय ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना मेरे स्वभाव में है। मैं आजीवन प्रदूषण और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाता रहूंगा। आगे कहा कि यहां लालू यादव के चारा घोटाले से हजार गुणा ज्यादा भ्रष्टाचार हुए हैं। अभी तक उनके सामने झारखंड में भ्रष्टाचार के जो मामले आए हैं, उसमें पांच फीसद ही उजागर हुए हैं। 95 फीसद मामले आने बाकी हैं। रांची का मैनहर्ट व जमशेदपुर की मोहरदा जलापूर्ति योजना तो बानगी है। कहा कि, मैंने सरकार को कई बार चेताया कि ये रास्ते मधु कोड़ा के पास ले जाने वाले हैं, फिर भी कोई नहीं चेता। गलतियों को ढंकने-छिपाने से ही भ्रष्टाचार फलता-फूलता है।ranchi@inext.co.in

Posted By: Sudhir Jaiswal