RANCHI :झारखंड आईटी हब बने, राज्य सरकार इसी मकसद से काम कर रही है। इसके लिए आईटी से जुड़ी चार नीतियां बनाई गई है। यहां निवेश करने वाली आईटी कंपनियों को सरकार पूरा सहयोग करेगी। मंगलवार को झारखंड समिट को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को देश का दूसरा आईटी हब बनाना है। उन्होंने बताया कि आईटी के लिए यहां 200 एकड़ का लैंड बैंक है। छोटी-छोटी कंपनी बनायें। आवेदन दें। एक सप्ताह में जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।

आईटी पर है फोकस

मुख्यमंत्री ने कहा कि आईटी जनता और शासन की दूरी को कम करता है। इससे काम में तेजी और पारदर्शिता भी आती है। सरकार ई-गांव और ई-गवर्नेस के साथ-साथ ई-झारखंड बनाने की दिशा में काम कर रही है। यहां 150 सेवाओं को ई-गवनर्ेंस और 1400 पंचायतों को ई-गांव के तहत आईटी से जोड़ जा चुका है। 2017 तक सभी पंचायतों को ई-गांव से कनेक्ट कर दिया जाएगा।

मैगजीन का विमोचन

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मसमजे मासिक मैगजीन का लोकार्पण भी किया, साथ ही आईटी के क्षेत्र में योगदान देने वाले कंपनियों और अधिकारियों को ई- झारखण्ड अवार्ड से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने समिट में आये सभी कंपनियों के पदाधिकारियों के साथ वन-टू-वन मुलाकात भी की।

आईटी से रुकेगा करप्शन

विकास आयुक्त अमित खरे ने कहा कि राज्य भ्रष्टाचार मुक्त हो और इसके लिए आईटी का प्रयोग ज्यादा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार आम जनता को भी आई टी के क्षेत्र से जोड़ना चाहती है। जिसके लिए यहां के युवाओं को आईटी के क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जा रहा है।

बन रहा मुख्यमंत्री डेस्क बोर्ड

आईटी सेक्रेटरी सुनिल कुमार बर्णवाल ने कहा कि विभाग जनता और सरकार को जोड़ने के लिए 30 करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री डेस्क बोर्ड तैयार कर रहा है। इसके आम जनता सीधे तौर पर सरकार की योजनाओं का लाभ ले सकेगी। उन्होंने बताया कि राज्य के 15000 से अधिक युवाओं को आईटी के क्षेत्र में प्रशिक्षित किया है। कई जिलों को ई-ऑफिस के तहत जोड़ा गया है और अगले ढ़ाई सालों में पूरा राज्य पेपरलेस तरीके से काम करेगा।

उच्च शिक्षा में निवेश का बेहतर मौका

तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग के सेक्रेटरी अजय कुमार सिंह ने बताया कि राज्य में तीन नए प्राइवेट और एक सरकारी विश्वविद्यालय खोले गये हैं, साथ ही 11 जिलों में महिला महाविद्यालय और पॉलीटेकनिक कॉलेज जल्द खोले जाने की प्रकिया शुरु की जा रही है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र निवेशकों के लिए झारखण्ड बेहतर विकल्प है।

Posted By: Inextlive