RANCHI : झारखंड पुलिस सुरक्षा का ताबीज नहीं बांटती सतर्क रहिए तभी सुरक्षित रहिएगा इन सुरक्षा टिप्स को फॉलो कीजिएआप तक कोई समस्या नहीं पहुंच पाएगी उक्त बातें हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि यह महिला सुरक्षा के मामलों पर झारखंड पुलिस का कहना है। उन्होंने इसे बाकायदा झारखंड पुलिस की ऑफिशियल बेवसाइट पर चस्पा कर रखा है। महिला सुरक्षा को लेकर खड़े हो रहे सवालों के बीच राज्य पुलिस का यह व्यंग्य वाल कथन लोगों को मर्माहत कर रहा है। लोगों का कहना है कि सुरक्षा का कोई ताबीज नहीं होता यह सभी लोग जानते हैं लेकिन केवल महिला सुरक्षा के मामलों पर पुलिस विभाग की यह व्यंग्यात्मक टिप्पणी दुखी करने वाली है।

महिलाओं को यह कैसी सीख

सतर्क रहना क्या केवल महिलाओं की सुरक्षा के मामले में ही जरुरी होता है, व्यवसायियों, नेताओं और यहां तक कि प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों की सुरक्षा को लेकर भी सतर्क रहने के कई टिप्स दिए जा सकते हैं जिससे राज्य सरकार के बजट में भी बचत होगी और पुलिस बल का सदुपयोग भी होगा। लेकिन झारखंड पुलिस केवल महिलाओं को सतर्क रहने की टिप्स देता सा लग रहा है और बाकि लोगों की सुरक्षा का प्रबंध करना पुलिस अपना दायित्व मान रही है।

महिला सुरक्षा को लेकर

राज्य पुलिस विगत 6 माह से महिला सुरक्षा संबंधी प्रयासों और कार्यशालाओं को बंद कर चुकी है। आईजी संपत मीना जब तक सीआईडी व मानवाधिकार की आईजी रहीं महिला सुरक्षा पर कार्यक्रम चलते रहे लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा।

होटलों में होते कार्यक्रम, महिलाएं नहीं होती शामिल

सरकार और पुलिस द्वारा आयोजित ज्यादातर जागरुकता कार्यक्रम शहर के होटल रैडिशन ब्लू, बीएनआर चाणक्या, कैपिटोल हिल, कैपिटल रेसिडेंसी और होटल लीलैक जैसे बड़े होटलों में होते हैं। यहां होने वाले कार्यक्रमों, सेमिनार व वर्कशॉप में महिला सुरक्षा को लेकर बड़ी-बड़ी बातें होती हैं। लेकिन, अफसोस इस बात का है कि यहां समाज की शोषित-पीडि़त महिलाओं को शामिल होने की कोई जगह नहीं मिलती है।

Posted By: Inextlive