झारखंड के दुमका में 12वीं की छात्रा की मौत के बाद काफी तनाव है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी को जांच की जिम्मेदारी दी गई है।

रांची (एएनआई)। झारखंड के दुमका में नाबालिक बच्ची के मौत की जांच अब एसआईटी करेगी, जिसकी जानकारी पुलिस अधिकारियों ने दी। आरोपियों ने 23 अक्टूबर को बच्ची को आग से जलाकर बुरी तरह घायल कर दिया,जिसके बाद रविवार को अस्पताल में नाबालिक बच्ची ने दम तोड़ दिया।

एसआईटी जांच का नेतृत्व पुलिस अधिक्षक करेंगे
मामले की गम्भीरता को देखते हुए इस केस की जांच पुलिस अधिक्षक को सौंपी गयी है। झारखंड पुलिस ने बताया की अब तक इस केस में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और केस के प्रत्येक पहलू पर जांच की जा रही है। 12वीं कक्षा की अंकिता सिंह को 23 अगस्त को आरोपी ने आग के हवाले कर दिया गया था,जिसके बाद उसे रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में भर्ती कराया गया था,जहां 28 अगस्त रविवार को उसकी मौत हो गई थी।

इलाके में धारा 144 लागू
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया, जिसके बाद इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई। एक आरोपी की पहचान शाहरुख के रूप में हुई है, जिसे 23 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और सोमवार को एक नईम उर्फ ​​छोटू खान को गिरफ्तार किया गया है। वहीं अंकिता सिंह का सोमवार को अन्तिम संस्कार किया गया।

मुख्यमंत्री ने 10 लाख की आर्थिक सहायता दी
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को दुमका प्रशासन को लड़की के परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता देने का आदेश दिया, मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार हेमन्त सोरेन ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट से कार्यवाही करने के भी निर्देश दिया है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari