रांची : भाजपा के प्रत्येक विधायक 50-50 हजार नए सदस्य बनाएंगे। सदस्यता अभियान की शुरुआत भाजपा विधायकों को अपने परिवार और रिश्तेदारों से करनी होगी। यह टास्क बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में संगठन की ओर से पार्टी के सभी विधायकों को सौंपा गया। गौरतलब हो कि संगठन के विस्तार के साथ-साथ वोट बैंक बढ़ाने की दोहरी रणनीति के तहत भाजपा अपने सदस्यता अभियान को तकरीबन हर घर तक पहुंचाने की कोशिशों में जुट गई है। पार्टी का लक्ष्य राज्य में तीस लाख नए सदस्य बनाने का है। इसी लक्ष्य को हासिल करने की जवाबदेही से पार्टी के विधायकों को जोड़ा गया है। प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा व मुख्यमंत्री रघुवर दास की उपस्थिति में हुई बैठक में संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह सहित भाजपा के 31 विधायक मौजूद थे। सदस्यता अभियान पर विधायकों संग करीब डेढ़ घंटे तक विमर्श हुआ। बैठक के बाद पार्टी के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने सदस्यता अभियान और इससे जुड़े टास्क की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि यह अभियान छह जुलाई से 30 जुलाई तक चलेगा। अभियान से मंडल व बूथ स्तर के सदस्यों को जोड़ा जाएगा। भाजपा जातपात से ऊपर उठकर समाज के हर वर्ग को अपने साथ जोड़ेगी।

54 लाख सदस्य बनाने की रणनीति

भाजपा के वर्तमान में 24 लाख से अधिक सदस्य हैं। इनमें 30 लाख और नए सदस्य जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है। जाहिर है भाजपा की रणनीति पूरे प्रदेश में 54 लाख से अधिक सदस्य बनाने की है। भाजपा के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि इस बार अभियान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से चलाया जाएगा।

अरुण सिंह करेंगे अभियान का शुभारंभ

भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती छह जुलाई से भाजपा का सदस्यता अभियान शुरू होगा। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह रांची के डोरंडा में वन विभाग के सभागार से सदस्यता अभियान का शुभारंभ करेंगे। यह जानकारी प्रदेश सदस्यता प्रभारी एवं प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप वर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अभियान का शुभारंभ वाराणसी से 11 बजे पूर्वाह्न होगा। उसके बाद देश भर में अभियान प्रारंभ किया जाएगा। वर्मा ने बताया कि सदस्यता अभियान की तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी जिलों को सदस्यता रसीद उपलब्ध करा दी गई है।

भाजपा ने विपक्ष को बताया नादान

विधानसभा के मानसून सत्र के छोटे होने को भाजपा ने नकारा है और इस सवाल को उठाने वाले विपक्ष को नादान बताया है। उन्होंने बजट सत्र का हवाला देते हुए कहा कि विपक्ष सत्र को चलने ही नहीं देता। दरअसल, विपक्ष के पास मुद्दा ही नहीं है। जिन मुद्दों को लेकर वह हंगामा करता था उन्हें जनता ने नकार दिया है। लोकसभा चुनाव में यह स्पष्ट भी हो गया है।

जल संचयन अभियान से जुड़ेंगे सभी

जल संरक्षण अभियान से मुख्यमंत्री से लेकर सरकार के सभी मंत्री, भाजपा के सभी सांसद और विधायक भी जुड़ेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद पार्टी के स्तर पर बुधवार को हुई विधायक दल की बैठक में इस बाबत सहमति बनीं। तय किया गया कि यह अभियान सात जुलाई से 15 सितंबर तक चलेगा। इस बीच पड़ने वाले प्रत्येक रविवार को मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक अपने-अपने क्षेत्रों इस अभियान से जुड़ते हुए श्रमदान करेंगे।

Posted By: Inextlive