JAMSHEDPUR: शहर में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मंगलवार को छह माह के बाद सबसे अधिक मरीज मिले। शहर के विभिन्न लैबों में कुल तीन हजार 413 लोगों की जांच हुई। इसमें 191 लोग पॉजिटिव मिले। इससे पहले आठ अक्टूबर 2020 को कुल 223 मरीज मिले थे। 191 मरीजों में सबसे अधिक कदमा-सोनारी क्षेत्र के रहने वाले है। दोनों क्षेत्रों में 22-22 मरीज मिले हैं। वहीं, मानगो क्षेत्र में 20 मरीज मिले हैं। इसके साथ ही साकची में सात, बारीडीह में आठ, बिष्टुपुर में नौ, जेम्को में एक, टेल्को में सात, सिदगोड़ा में तीन, गोलमुरी में छह, गो¨वदपुर में दो, काशीडीह में दो, केबुल टाउन में तीन, बिरसानगर में चार, जुगसलाई में तीन, गाढ़ाबासा में तीन, सीएच एरिया में एक, परसुडीह में एक, लोयोला स्कूल के एक, डीवीएमएस स्कूल के दो, सिविल कोर्ट के दो, ह्यूमन पाईप के एक, सीतारामडेरा के दो, धतकीडीह में एक, मुसाबनी में तीन, घाटशिला में सात, बर्मामाइंस में दो मरीज मिले हैं। जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हजार 555 हो गई है। इसमें 18 हजार 361 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि 379 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, शहर के विभिन्न कोविड अस्पतालों में भर्ती कुल 46 लोग स्वस्थ होकर मंगलवार को घर लौटे।

50 फीसद लोगों को नहीं मिल सका वैक्सीन

जिले में वैक्सीन की कमी होने की वजह से लगभग 50 फीसद लोगों को वैक्सीन नहीं मिल सका। उन्हें निराश ही घर लौटना पड़ा। शहर में रोजाना लगभग नौ से दस हजार लोगों को वैक्सीन पड़ता है लेकिन, मंगलवार को वैक्सीन कम होने की वजह से सिर्फ चार हजार 136 लोगों को ही वैक्सीन की पहली डोज लगी। वहीं, 543 लोगों ने दूसरी डोज ली। जिले में अभी तक एक लाख 13 हजार 285 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज ली है।

वैक्सीन के लिए सदर अस्पताल में हंगामा

वैक्सीन खत्म होने की वजह से परसुडीह स्थित सदर अस्पताल में खूब हंगामा हुआ। दरअसल, वैक्सीन सीमित मात्रा में ही थी लेकिन लोगों की भारी भीड़ उमड़ गई। इससे हो-हंगामा व मारपीट की नौबत आ गई। सदर अस्पताल में सुरक्षा की व्यवस्था नहीं होने की वजह से मामले को शांत कराने में काफी परेशानी हुई।

Posted By: Inextlive