जमशेदपुर : कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को लेकर तैयारी जोर-शोच से चल रही है। मंगलवार को डीसी सूरज कुमार, एसडीओ नीतिश कुमार, जुस्को के कैप्टन धनंजय मिश्रा, अक्षेस के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार के अलावा अस्पताल के अधीक्षक डॉ। संजय कुमार व उपाधीक्षक डॉ। नकुल प्रसाद चौधरी सहित अन्य पदाधिकारी एमजीएम अस्पताल का जायजा लिया। इस दौरान निर्णय लिया गया कि कंडम घोषित हुए एएनएम हॉस्टल को तोड़कर 200 बेड का आइसीयू बनेगा। इसमें 100 बेड अस्थायी व 100 बेड स्थायी बेड होगा। 50 बेड वेंटिलेटर रहेगा। फिलहाल एमजीएम अस्पताल के पीजी भवन में 150 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है। इसके साथ ही तीस हजार किलोलीटर का ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। ताकि अस्पताल में मरीजों को ऑक्सीजन की दिक्कत नहीं हो। डीसी सूरज कुमार ने कहा कि एमजीएम में लगातार सुविधाएं बढ़ाई जा रही है, ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराया जा सकें।

साफ-सफाई पर विशेष ध्यान

एमजीएम अस्पताल में बेहतर साफ-सफाई पर भी विशेष फोकस किया गया। गंदगी की वजह से दूसरे संक्रमित बीमारी भी फैलने की संभावना होती है। ऐसे में बाहर से भी आवश्कतानुसार सफाई कर्मियों को बुलाकर उनसे काम लिया जाएगा। बताते चले कि अस्पताल में सफाई कर्मियों की संख्या कम होने की वजह से पूरे अस्पताल में बेहतर साफ-सफाई नहीं हो सकती है। फिलहाल 40 सफाई कर्मी तैनात है। जबकि पूर्व में 150 सफाई कर्मी कार्यरत थे।

एमजीएम पर लोड होगा कम

एमजीएम अस्पताल पर मरीजों की लोड अधिक है, जिसे कम करने का प्रयास किया जा रहा है। इसे लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) को दुरुस्त किया जा रहा है। सीएचसी-पीएचसी में भी ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था की जा रही है। ताकि ग्रामीण मरीजों को नजदीकी के केंद्रों पर बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराया जा सकें।

Posted By: Inextlive