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अपर मिडिल क्लास फैमिली में बढ़ रहा है ट्रेंड
साकची स्थित ग्लोब डिटेक्टिव एजेंसी से वानी ने बताया कि पहले सिर्फ अपर क्लास फैमिली में पर्सनल और प्रोफेशनल रिलेशन चेक करने के लिये डिटेक्टिव एजेंसीज का सहारा लेते थे पर अब अपर मिडिल क्लास फैमिली में भी इसका ट्रेंड बढ़ रहा है। पर्सनल रिलेशनशिप के मामले ज्यादा आ रहे हैं।
डिटेक्टिव एजेंसी महेन्द्रा एसोसियेट के ऑनर एस.के सिन्हा ने बताया कि केस और क्लाइंट के मुताबिक फीस तय होती है। केस कितना क्रिटिकल और उसके इनवेस्टिगेशन में कितना समय लग सकता है, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुये फीस स्ट्रक्चर निर्धारित होता है। मिनीमम 5000 रूपये चार्ज किये जाते हैं।
शादी से पहले करवाते हैं जासूसी
एस। के सिन्हा ने बताते हैं कि पर्सनल इन्वेस्टिगेशन में सबसे ज्यादा केसेज उन लोगों के आते हैं जो शादी से पहले लडक़े या लडक़ी के बारे में पता करवाना चाहते हैं। मेट्रीमोनियल बेवसाइट रिश्तों को जोडऩे का एक ईजी वे है पर साइट्स पर कई फेक प्रोफाइल्स भी शामिल होते हैं। इसीलिये आगे बढाने ये पहले ये चेक करना काफी जरूरी हो जाता है के क्या सही है क्या गलत। 100 में से करीब 40 केसेज इसी के होते हैं।
शक करने में housewives भी नहीं हैं पीछे
कई डिटेक्टिव एजेंसीज का कहना है कि उनके पास हाऊस वाईफ्स के भी बहुत सारे केसेज आते हैं, जिसमें वो आपने हसबेंड पर लोयेलिटी टेस्ट करवाना चाहती हैं। ज्यादातर हसबेंड इस लोयेलिटी टेस्ट में फेल हो जाते हैं।
-कॉपोरेट इन्विेस्टिगेशन
-पर्सनल इन्विेस्टिगेशन
- फाईनेंशियल इन्विेस्टिगेशन
- लव अफेयर्स
- एक्सट्रा मैरिटल एफेयर्स
- वेरीफीकेशन ऑफ इंश्योरेंस केसेज
- रिकवरी केस एंड लीगल एडवाइस
- मिसिंग पर्सन केसेज
- सिक्योरिटी ऑडिटलव अफेयर्स के मामले काफी बढ़ गये हैं। एक्सट्रा मैरिटल अफेयर के कई ईश्यू सामने आते हैं और
ज्यादातर केस में सस्पेकट चीटर ही साबित होता है।
-एस। के सिन्हा, महेन्द्रा एसोसियेटचेंज होती लाइफस्टाइल की वजह से सगे रिश्तों पर जांच पड़ताल करने का ट्रेंड बढ़ गया है। यही वजह है कि प्रोफेशनल के अलावा पर्सनल इंवेस्टिगेशन के भी कई मामले सामने आ रहे हैं।
-वानी, ग्लोब डिटेक्टिव एजेंसी