CHAKRADHARPUR: ट्रेन में एसी क्लास का टिकट कटवा लिया है और टिकट रिजर्वेशन अगेन्स्ट कैंसिलेशन (आरएसी) रह गया हो। अब कैसे यात्रा करेंगे। कैसे सोएंगे ट्रेन में। इन सबकी अब आप को फिक्र करने की जरूरत नहीं। रेलवे अब सभी एसी क्लास की आरएसी टिकटों पर यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को बेड रोल की सुविधा देगी। रेलवे बोर्ड के ज्वाइंट डायरेक्टर (ईएनएचएम) मारूत कुमार ने रेलवे के सभी जोन के जनरल मैनेजरों को आदेश पत्र जारी किया है। आदेश पत्र में कहा गया है कि बेड रोल का चार्ज रिजर्वेशन चार्ज में शामिल होता है। इसलिए आरएसी टिकटों में सफर कर रहे सभी यात्रियों को बेडरोल दिए जाएं। ताकि उनका सफर च्च्छा हो।

शुरू हो गई सुविधा

बेडरोल में यात्रियों को एक कंबल, दो सफेद रंग की बेडशीट, एक कवर लगा तकिया और फेस टॉवेल दिया जाएगा। चक्रधरपुर रेल मंडल से गुजरने वाली सभी ट्रेनों में यह सुविधा लागू कर दी गई है। वहीं इस नई सुविधा से भारतीय रेल में प्रतिदिन हजारों यात्रियों को फायदा पहुंचेगा। ट्रेनों के कोच में डिमांड के आधार पर पैसेंजरों को आरएसी में रखा जाता है। ट्रेन जहां से छूट रही है वहां से एसी टू टीयर की हरेक कोच में दो सीट और एसी थ्री टीयर में पांच सीट तक आरएसी टिकटों के यात्रियों को अलॉट किया जाता है। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार हरेक ट्रेन में औसतन ख्0 से ख्भ् यात्री आरएसी में रहते है।

यह है आरएससी का मतलब

आरएसी टिकट का मतलब आसान भाषा में एक सीट में दो यात्री बैठक कर सफर कर सकते है। ट्रेनों में तैनात टीटीई सर्वप्रथम आएसी क्लीयर करने के बाद ही वे¨टग टिकट वाले यात्रियों को सीट अलॉट कर सकता है।

पहले यह था नियम

इससे पहले रेल मंत्रालय ने ख्009 में आरएसी सीट में एक बेडरोल देने का आदेश जारी किया था। इस आदेश से एक सीट में बैठे दो यात्रियों में से एक को ही कोच अटेंडेंट बेडरोल देता था। एक बेडरोल मिलने के कारण अक्सर दो यात्रियों के बीच हमेशा झगड़ा होता था। जिससे यात्री परेशान रहते थे। ट्रेन के टीटीई के पहल पर दूसरे यात्री को केवल चादर दिये जाते

Posted By: Inextlive