Jamshedpur : टेक्नोलॉजीज तभी तक बेहतर और यूजफुल साबित होती हैं जब तक उन्हें अपडेट रखा जाए और उनका प्रापर मेंटिनेंस हो. बीते वेडनेसडे को सिटी के बिष्टुपुर स्थित रामदा होटल में लिफ्ट फेल होने से कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की घटना ने लोगों के मन में लिफ्ट के यूज को लेकर दहशत पैदा कर दी है. सिटी के कुछ एक पŽिलक प्लेसेज में लगे लिफ्ट की भी स्थिति अच्छी नहीं है. इन्हीं में से एक है यशकमल कॉम्प्लेक्स में लगा लिफ्ट.

Liftman नदारद
आइनेक्स्ट रिपोर्टर द्वारा किये गए सर्वे में किसी भी लिफ्ट में ऑन ड्यूटी लिफ्टमैन नहीं मिला। सिर्फ इतना नहीं कुछ जगहों पर तो लिफ्टमैन का कांसेप्ट ही नहीं है। बिष्टुपुर गोलचक्कर के पास स्थित कंचन टावर के सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि वैसे तो अभी कुछ दिनों से लिफ्ट खराब है पर यहां पर कोई भी लिफ्टमैन नहीं रहता। लोगों को खुद ही लिफ्ट रन करानी पड़ती है। ऐसे में प्राŽलम ये है कि कुछ लिफ्ट काफी पुराने मॉडल की हैं जैसे बिष्टुपुर यश कमल काम्प्लेक्स में

इनकी नहीं कोई जिम्मेदारी
आईनेक्स्ट रिपोर्टर के द्वारा किये गए सर्वे के दौरान बिष्टुपुर स्थित यश कमल कॉम्प्लेक्स में एक हतप्रभ करने वाला मंजर दिखाई दिया। दरअसल यश कमल काम्प्लेक्स को सिटी की सबसे बिजी शॉपिंग काम्प्लेक्सेज में से एक जाना जाता है, यहां हर रोज करीब 1,000 से 1,200 कस्टमर्स का फुटफॉल होता है। पांच फ्लोर के इस शॉपिंग काम्प्लेक्स में 1995 में दो लिफ्ट्स लगाई गई हैं। एक ईसीई (ओपेनडोर) और दूसरी ओटिस (क्लोज डोर)। ईसीई लिफ्ट के पास एक बोर्ड लगाया गया है कि इस लिफ्ट को यूज करने वाला पर्सन अपनी रिस्पांसिबिलिटी पर लिफ्ट को यूज करे, कोई मिसहैपनिंग होने पर एडमिनिस्ट्रेशन की कोई रिस्पांसिबिलिटी नहीं होगी। इस साइन बोर्ड के साथ धड़ल्ले से लिफ्ट रन कराई जा रही है।

Report by : jamshedpur@inext.co.in

Posted By: Inextlive