JAMSHEDPUR: ईस्ट सिंहभूम जिले में कोरोना मरीजों की रोकथाम को लेकर हर संभव प्रयास किया जा रहा है। 16 सितंबर को जिले में 15 हजार लोगों की कोरोना जांच की जाएगी। इसे लेकर सिविल सर्जन डॉ। आरएन झा ने एक बैठक की और संबंधित कर्मचारी व पदाधिकारियों को इसे सफल बनाने को लेकर विशेष दिशा-निर्देश दिया। 15 हजार लोगों की जांच तीन तरह से किया जाएगा। इसमें रैपिड एंटीजन, ट्रूनेट व आरटी-पीसीआर जांच शामिल है। यह जांच शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी चलेगा। इससे पूर्व भी एक दिन में दस हजार, तीन दिन में 40 हजार लोगों की जांच हो चुकी है। बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) डॉ। साहिर पॉल, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ। एके लाल सहित अन्य पदाधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

दो टेक्नीशियनों ने नहीं दिया योगदान

कोरोना जांच में तेजी लाने के मकसद से स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक एजेंसी के माध्यम से राज्य में 72 टेक्नीशियन की नियुक्ति हुई थी। इसमें तीन टेक्नीशियन को महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेजा गया था लेकिन, उसमें से सिर्फ एक ही टेक्नीशियन ने योगदान दिया है। बाकी दो अबतक नहीं आए हैं। इसकी सूचना एमजीएम प्रबंधन की ओर से विभाग को दिया गया है। दरअसल, एमजीएम अस्पताल में ट्रूनेट मशीन से लोगों की जांच होती है। इसे देखते हुए टेक्नीशियनों की संख्या बढ़ाई गई थी, ताकि जांच प्रभावित नहीं हो सके।

105 लोगों की हुई जांच, एक पॉजिटिव

मानगो नगर निगम क्षेत्र में बढ रहे कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए सोमवार को कार्यपालक पदाधिकारी र¨वद्र गागराई के दिशा निर्देश में मानगो पुल के पास इंदु मेंशन स्थित कॉल सेंटर में सभी कर्मचारियों का कोरोना जांच कराया गया। जानकारी देते हुए मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी र¨वद्र गागराई ने बताया कि कुल 105 लोगों का जांच किया गया। जिसमें से एक व्यक्ति कोरोना पाजिटिव पाया गया। कर्मचारी को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। र¨वद्र गागराई ने बताया कि आम जनता को लाउडस्पीकर के साथ ही भौतिक रूप से बताया गया कि बिना मास्क पहने घर से बाहर नहीं निकलें। उन्होंने कहा कि यदि बिना मास्क के पकड़े जाएंगे तब जुर्माना के साथ ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive