JAMSHEDPUR: नार्मल रुट से चलने के बावजूद न्यू दिल्ली-भुवनेश्वर कोविड 19 एसी स्पेशल ट्रेन अपने निर्धारित समय शनिवार की सुबह 10 बजे की जगह 11.54 बजे रात में करीब साढ़े तेरह घंटे विलंब से टाटानगर स्टेशन पहुंची। इस ट्रेन का नई दिल्ली से खुलने का समय शाम 5 बजे है, लेकिन यह ट्रेन रेक की कमी के कारण रात 12.30 मिनट पर करीब साढ़े सात घंटे विलंब से नई दिल्ली से भुवनेश्वर के लिए रवाना हुई। टाटानगर पहुंचते पहुंचते यह ट्रेन साढ़े 13 घंटे विलंब हो गई।

करते रहे इंतजार

सुबह चार बजे से खड़गपुर जाने के लिए ट्रेन के इंतजार में पहुंचे यात्री

नयी दिल्ली -भुवनेश्वर एसी स्पेशल के टाटानगर पहुंचने का समय सुबह 10.30 बजे है। यह सोचकर चार युवक शनिवार की सुबह चार बजे ही टाटानगर स्टेशन इसी ट्रेन से खड़गपुर जाने के लिए पहुंच गए। चूंकि सुबह के वक्त नेल्लोर से श्रमिक ट्रेन आई थी इस कारण इन यात्रियों को स्टेशन में प्रवेश करने नहीं दिया गया और स्टेशन के बाहर ही बैठा कर रखा गया। जब पूरे श्रमिक स्टेशन से बाहर निकल गए तो स्टेशन परिसर को पूरी तरह से सैनिटाइज करने के बाद इन युवकों को स्टेशन में प्रवेश की इजाजत मिली, लेकिन ट्रेन के विलंब से चलने के कारण यह युवक टाटानगर मे ही ट्रेन का इंतजार करते रहे।

आधी रात में श्रमिकों को स्टेशन में उतारा

उधर, आंध्र प्रदेश के नेल्लोर स्टेशन से खुली श्रमिक स्पेशल ट्रेन को राउरकेला, झारसुगुड़ा होकर हटिया स्टेशन जाना था, लेकिन इस ट्रेन को टाटानगर की ओर मोड़ दिया गया और आधी रात में श्रमिकों को टाटानगर स्टेशन में उतारा गया। नए नियम में बदलाव होने के कारण अब किसी भी राज्य से गुजरने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन को उसी राज्य के तीन बड़े स्टेशनों पर रोक कर श्रमिकों को उतारा जा सकेगा। इसी के तहत नेल्लोर से हटिया जा रही ट्रेन को टाटानगर लाया गया और इस ट्रेन में कुल 318 श्रमिक टाटानगर पहुंचे। श्रमिकों को कतार बनाकर बसों तक पहुंचाने का काम सिविल डिफेंस ने किया। जिसका नेतृत्व सिविल डिफेंस के इंस्पेक्टर संतोष कुमार कर रहे थे। ट्रेन के आने पर यात्रियों को सेकेंड क्लास वेटिंग हॉल में बैठाया गया। जब जांच टीम स्टेशन पहुंची तो फिर श्रमिकों की जांच कर बारी-बारी से बसों तक पहुंचाया गया।

आनन-फानन में दी सूचना

ट्रेन को अचानक शुक्रवार की रात टाटानगर की ओर मोड़ दिया गया। इसके लिए आनन फानन देर रात इसकी सूचना टाटानगर के रेल अधिकारियों को दी गई। इसके कारण एआरएम विकास कुमार व स्टेशन निदेशक एचके बलमुचू स्टेशन रात में पहुंचे। वहीं ट्रेन के आने से पहले ही व्यवस्था को देखने के लिए उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, एसएसपी सहित अन्य जिला प्रशासन के लोग पहुंचे थे। ट्रेन के टाटानगर आने के बाद यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग कराई गई। स्क्रीनिंग कराने के बाद यात्रियों को बारी-बारी से शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए बाहर निकाला गया। वहीं चाईबासा सहित अन्य जिलों की बसें नहीं पहुंची थी, जिसके कारण यात्रियों को स्टेशन के बाहर ही इंतजार करना पड़ा। बस आते ही वे बस में सवार होकर गंतव्य की ओर चले गए।

Posted By: Inextlive