JAMSHEDPUR: कोरोना को लेकर एक बार फिर से जांच अभियान की शुरूआत शनिवार को होगी। दो दिवसीय जांच अभियान के तहत कुल 15 हजार लोगों की जांच की जाएगी। जिला प्रशासन की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि कोविड-19 के वायरस के संक्रमण को रोकथाम के लिए वृहद पैमाने पर जांच होना अति-आवश्यक है। अत: कोविड-19 के संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए 28 व 29 नवंबर को विशेष अभियान चलाते हुए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए इस अभियान को सफल बनाएंगे।

तीन क्षेत्रों में बांटा गया है

इस दौरान रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। इसे लेकर सभी ब्लॉक व शहरी क्षेत्र को तीन क्षेत्रों में बांटा गया है। शहरी क्षेत्र में स्थलवार दंडाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है। उन्हें निर्देश दिया गया है कि भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों, दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों, हाट-बाजार, बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा मानकों एवं शारीरिक दूरी का अनुपालन कराते हुए पुलिस बल की अपेक्षित सहयोग में अपना भागीदारी सुनिश्चित करें। इस जांच अभियान के बाद स्पष्ट हो सकेगा कि शहर में छठ पर्व के दौरान घाटों पर उमड़ी भीड़ से कोरोना वायरस के संक्रमण बढ़ा है या नहीं। हालांकि, शहर में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से कम हुआ है। अच्छी बात यह भी है कि बीते पांच दिनों से एक भी कोरोना से मौत नहीं हुई है।

यह है लक्ष्य

प्रखंड लक्ष्य

डुमरिया 700

चाकुलिया 700

पोटका 900

धालभूमगढ़ 900

घाटशिला 900

मुसाबनी 900

पटमदा 900

जुगसलाई 1100

बहरागोड़ा 1100

टाउन एरिया 6900

टाटा स्टील ने खर्च किए सौ करोड़

टाटा स्टील ने पूरे झारखंड में कोविड-19 के दौरान लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च किए। कोविड खत्म नहीं हुआ है लेकिन हमारा यह प्रयास अभी भी जारी है। कंपनी के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन चीफ कुलवीन सूरी ने शुक्रवार शाम टेली कांफ्रें¨सग के दौरान यह जानकारी दी। बकौल कुलवीन सूरी झारखंड में कोविड-19 के समय के दौर में टाटा स्टील ने टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच), वेस्ट बोकारो, झरिया और नोवामुंडी में संचालित अस्पतालों में मरीजों को न सिर्फ निशुल्क इलाज की सुविधा दी। बल्कि अस्पताल की सुविधाओं में विस्तार करते हुए टेस्ट के लिए नई मशीन, बेड, वेंटीलेटर, दवाएं, इंजेक्शन, पीपीइ किट भी खर्च किया। वहीं, टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) के स्वास्थ्य सलाहकार डा। राजन चौधरी ने बताया कि अस्पताल में अब तक 3986 मरीजों का निशुल्क इलाज किया है। उन्होंने बताया कि 30 नवंबर तक टीएमएच में जो भी मरीज भर्ती होंगे या जो पहले से भर्ती हैं उन्हें कोविड 19 के इलाज के लिए पैसे नहीं देने होंगे। लेकिन जो एक दिसंबर से भर्ती होंगे उन्हें झारखंड सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार प्रतिदिन के हिसाब से पैसे देने पड़ेंगे। इसमें कोविड के सामान्य मरीजों को 8000 रुपये, बिना वेंटीलेटर के गंभीर मरीजों को 10 हजार और वेंटीलेटर के साथ इंटेसिव केयर यूनिट (आइसीयू) 12 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से चुकाने होंगे।

Posted By: Inextlive