-जिले के गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में ओपीडी सेवा रही ठप

-डॉक्टर मुखिया से छुट्टी लेने के फैसले पर जता रहे विरोध

JAMSHEDPUR: शुक्रवार को जिले के सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर्स हड़ताल पर रहे। इससे एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में शनिवार को ओपीडी सेवा ठप रही। इमरजेंसी सेवा जारी रहने से मरीजों को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। वहीं कई मरीजों को लौटना भी पड़ा। रोजाना की अपेक्षा मरीज काफी कम पहुंचे थे। चिकित्सकों ने एमजीएम अस्पताल के ओपीडी में किसी मरीज को नहीं देखा। इससे इमरजेंसी विभाग में अचानक भीड़ बढ़ गई। दोपहर तीन बजे तक करीब क्ब्0 मरीज आए। इनमें 70 को भर्ती लिया गया जबकि सामान्य दिनों में कुल क्भ्0 तक ही मरीज पहुंचते हैं। वहीं ओपीडी में करीब 7भ्0-800 मरीज पहुंचते हैं। सदर अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) की भी ओपीडी सेवा पूरी तरह से ठप रही।

की थी अपील

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के अध्यक्ष डॉ। आरपी ठाकुर व सचिव डॉ। मृत्युंजय सिंह ने सुबह करीब नौ बजे ही एमजीएम अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों से ओपीडी सेवा ठप करने की अपील की। डॉ। आरपी ठाकुर ने कहा कि इसका मकसद मरीजों को परेशान करना नहीं है। इसलिए चिकित्सकों से इमरजेंसी विभाग में अधिक से अधिक मरीजों को देखने की अपील की गई है। डॉ। मृत्युंजय सिंह ने कहा कि आंदोलन पूरी तरह से सफल रहा। रविवार से सभी निजी व सरकारी चिकित्सक अगले आदेश तक काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे। इसके बावजूद भी सरकार की ओर से कोई पहल नहीं हुई तो सभी चिकित्सक सामूहिक इस्तीफा देने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर आईएमए के उपाध्यक्ष डॉ। एबीके बाखला, डॉ। सुनील कुमार, डॉ। सुभाष मोदी, डॉ। भावरिया सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे।

कर रहे हैं विरोध

झारखंड सरकार ने सदर अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) व उप स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात चिकित्सकों को मुखिया और सिविल सर्जन को जिला परिषद अध्यक्ष से छुट्टी लेने का प्रस्ताव पारित किया है। चिकित्सक इसका विरोध कर रहे हैं।

स्टिच कटाने के लिए ओपीडी आए थे, लेकिन बंद है। इमरजेंसी में कटर नहीं होने की बात कही गई है। अब घर जा रहे हैं। दूसरे दिन आएंगे.- आशीष तिवारी

आंख के नीचे चोट आई है। सर्जरी वार्ड में भर्ती हूं लेकिन संबंधित चिकित्सक नहीं आने के कारण आंख में ड्रॉप नहीं डाला जा सका है.- मो। फिरदौसी

मरीजों को अधिक परेशानी न हो, इसकी तैयारी पहले ही कर ली गई थी। मरीजों का विशेष ख्याल रखने के लिए इमरजेंसी विभाग के चिकित्सकों को निर्देशित किया गया था।

- डॉ। आरवाई चौधरी, अधीक्षक, एमजीएम हॉस्पिटल

सदर अस्पताल के ओपीडी में रोजाना करीब तीन सौ मरीज पहुंचते हैं, लेकिन शनिवार को काफी कम पहुंचे। ओपीडी में कार्य बहिष्कार करने के कारण इमरजेंसी विभाग में मरीजों की भीड़ देखी गई।

- डॉ। स्वर्ण सिंह, उपाधीक्षक, सदर हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive