-इको विकास समिति के सदस्यों ने सोमवार को 'इको वाक' किया

-85 गांवों में वनों की सुरक्षा के लिए बनायी गई इको विकास समिति

-डीएफओ बोले, सात अप्रैल को वर्मी कंपोस्ट बनाने की दी जाएगा जानकारी

JAMSHEDPUR: सेंदरा शिकार पर्व को देखते हुए वन एवं वन्य प्राणियों की रक्षा के लिए दलमा के 8भ् गांवों में वनों की सुरक्षा के लिए बनायी गई इको विकास समिति के सदस्यों ने सोमवार को 'इको वाक' किया। पारडीह से अपने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर समिति के लोग जिसमें वन विभाग के अधिकारी भी शामिल थे, सुबह लगभग नौ बजे दलमा के पिंडराबेड़ा पहुंचे। यहां दलमा के डीएफओ कमलेश कुमार पांडेय ने सभी का स्वागत किया।

ताकि विकास हो

डीएफओ ने कहा कि जब सरकार सिंचाई के लिए डीजल पंप, टुलू पंप, वर्मी कंपोस्ट आदि निश्शुल्क दे सकती है तो ग्रामवासी जंगल को क्यों नहीं बचा सकते। उन्होंने कहा कि दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के अंदर रहने वाले लोगों के लिए वन विभाग कई काम कर रहा है ताकि लोग विकास कर सकें। अमित बेसरा ने कहा कि वन विभाग दलमा के कुछ गांवों में चेक डेम का निर्माण कराए ताकि गांववासियों को पानी की किल्लत न हो। इसके अलावा कुछ लोगों ने वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए प्रशिक्षण दिलाने की मांग रखी। डीएफओ ने कहा कि ग्रामीण चेकडैम के लिए आवेदन दें, वह चेकडैम बनवाने की कोशिश करेंगे। वहीं सात अप्रैल को वर्मी कंपोस्ट के विशेषज्ञ को गया से बुलाया गया है। जो भी लोग वर्मी कंपोस्ट बनाना सीखना चाहते हैं, वह प्रशिक्षण के लिए मकुलाकोचा पहुंच जाएं। इस अवसर पर रेंजर आरपी सिंह, फकीरचंद्र सोरेन, अमित बेसरा, रवींद्र कुमार के अलावा काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

Posted By: Inextlive