छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: टाटानगर रेलवे कॉलोनियों में डेंगू के कहर की शुरुआत हो गई है। एक सप्ताह के भीतर रेलवे ट्रैफिक कॉलोनी व आसपास की अन्य कॉलोनियों से करीब आठ मरीजों को टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मरीजों की बढ़ते संख्या को देखते हुए रेलवे के स्वास्थ्य विभाग ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सोमवार को रेलवे अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसके बेहरा मेंस कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ रेलवे ट्रैफिक कॉलोनी, बागबेड़ा, कैरेज, लोको, गोलपहाड़ी समेत रेलवे सेटेलमेंट कॉलोनियों का जायजा लिया।

गंदगी नहीं फैलाने की हिदायत

कॉलोनियों की झाडि़यों को काटने के अलावा, अवैध रूप से रह रहे लोगों को गंदगी ना फैलाने की हिदायत दी गयी। सीएमएस के आदेश पर टाटानगर के हेल्थ इंस्पेक्टर की ओर सो ट्रैफिक कॉलोनी से फॉगिंग, एंटी लार्वा व ब्लीचिंग का छिड़काव आरंभ कराया गया। छिड़काव हर कॉलोनी में किया जायेगा। अकेले टै्रफिक कॉलोनी से चार व अन्य कॉलानियों को मिलाकर कुल आठ मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। इसमें रेलवे के गार्ड रवि मिश्रा के पुत्र वैभव मिश्रा समेत अन्य शामिल हैं।

नियमित साफ-सफाई नहीं

सीएमएस ने कहा कि रेलवे कॉलोनियों में लोग जानवर पाले हुए हैं मगर नियमित साफ-सफाई नहीं रख रहे हैं। ट्रैफिक कॉलोनी में एक पुराना कुआं है जो पानी से लबालब है। इस कुआं का इस्तेमाल लोग नहीं करते। उन्होंने शक जाहिर किया कि कुआं में जमे पानी में डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं।

चुप है रेल प्रशासन

कॉलोनी का जायजा लेने पहुंचे मेंस कांग्रेस के मंडल संयोजक शशि रंजन मिश्रा ने कहा कि पिछले दिनों एक रेलकर्मी के पुत्र की मौत डेंगू से होने के बाद भी रेलवे प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि जब तक कॉलोनियों में अवैध रूप से रह रहे लोग साफ-सफाई के प्रति सचेत नही होंगे, इस तरह की समस्या आती रहेगी।

Posted By: Inextlive