Jamshedpur : वर्कर्स कॉलेज के स्टूडेंट्स बहुत जल्दी शानदार ई-लाइब्रेरी के जरिए न सिर्फ इंडियन राइटर्स बल्कि फॉरेन राइटर्स की बुक्स ऑनलाइन पढ़ सकेंगे. कॉलेज ने इसके लिए सोल सॉफ्टवेयर फॉर यूनिवर्सिटी लाइब्रेरी परचेज कर लिया है. स्टूडेंट्स के लिए रीडिंग रूम बन चुका है. कंप्यूटर लगाए जा चुके हैं. ऑनलाइन बुक्स के अलावा कॉलेज की लाइब्रेरी में अवेलबल करीब 1 लाख बुक्स का फायदा भी स्टूडेंट्स को मिलेगा.

Hyderabad से ट्रेनिंग लेकर आया स्टाफ
स्टेट ऑफ द आर्ट इंटिग्रेटेड लाइब्रेरी मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर को जानने के लिए कॉलेज में सॉफ्टवेयर का काम करने वाले पिंटू सिंह को कॉलेज की तरफ से हैदराबाद ट्रेनिंग के लिए गए थे। सोल सॉफ्टवेयर परचेज करने के बाद कॉलेज को एन-लिस्ट (नेशनल लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन सर्विसेज इंफ्रास्ट्रक्चर
फॉर स्कॉलरी कंटेंट) का मेंबरशिप भी मिल गया। यह मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमेन रिसोर्स डेवलपमेंट का एक इनीसिएटिव है जो नेशनल मिशन ऑन एजुकेशन थ्रू आईसीटी के तहत चलाया जा रहा है। यह कंट्री के कॉलेजेज को ई-रिसोर्स अवेलबल कराता है। कॉलेज में तैयार हुए रीडिंग रूम में 24 स्टूडेंट्स के बैठने की जगह होगी।


ऑडियो-विजुअल हॉल भी तैयार हो रहा
वर्कर्स कॉलेज ने हाईटेक होने की तरफ कदम तेजी से बढ़ाया है। पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत कॉलेज में ऑडियो-विजुअल हॉल तैयार किया जा रहा है। प्रोजेक्टर के अलावा दूसरे इक्विपमेंट्स परचेज किए जा चुके हैं। लगभग ढ़ाई लाख रुपए की लागत से तैयार हो रहे इस ऑडियो-विजुअल हॉल से स्टूडेंट्स को कई फायदे होंगे। स्टूडेंट्स को उनके कोर्स का प्रैक्टिकल प्रोजेक्टर के जरिए कराया जाएगा। इसके अलावा क्लास टेस्ट भी यहीं ऑर्गेनाइज किया जाएगा जिसमें स्टूडेंट्स स्क्रीन पर आए क्वेश्चंस का जवाब देंगे और उन्हें उसी समय माक्र्स दे दिए जाएंगे।


कॉलेज में हाइएस्ट लेवल ऑफ लाइब्रेरी मैनेजमेंट की झलक देखने को मिलेगी। हमें इस बात की खुशी है कि स्टूडेंट्स के लिए काफी संख्या में अच्छी बुक्स ऑनलाइन अवेलबल होंगी। बहुत जल्दी सॉफ्टवेयर काम करने लगेगा। ऑडियो-विजुअल हॉल से भी स्टूडेंट्स को काफी फायदा होगा।
- डॉ डीपी शुक्ला, प्रिंसिपल, वर्कर्स कॉलेज

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Posted By: Inextlive