झारखंड के ईस्‍ट सिंहभूम जिले में एक पिता द्वारा अपने मासूम बेटे को अगवाकर मार डालने का सनसनीखेज मामला सामना आया है।

पूर्वी सिंहभूम: धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र के उपरशोली गांव के महेंद्र टुडू ने अपने ही नाबालिग पुत्र दिलीप टुडू को अगवा करने के बाद मार डाला। धालभूमगढ़ पुलिस ने उपरशोली गांव के तालाब से बच्चे का शव बरामद कर लिया है, साथ ही हत्या के आरोप में पिता महेंद्र टुडू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस बाबत बच्चे की मां शर्मा टुडू ने पुलिस को बयान दिया कि 25 फरवरी को स्वंय सहायता समूह की बैठक में शामिल होने के लिए बेटे को ससुराल में छोड़ दिया था। बैठक से वापस लौटने के बाद पुत्र दिलीप टुडू को घर में नही मिला। पति से पुत्र दिलीप टुडू के बारे में पूछने से बताया अगल बगल कहीं गया होगा। लेकिन उसकी हत्या किए जाने की बात बाद में पता चली।

 

बहकावे में आकर कर दी हत्या

शर्मा टुडू ने बताया वर्ष 2017 में भी दिलीप टुडू को पति ने गायब कर दिया था। काफी खोजबीन के बाद मोहनपुर गांव से बच्चा मिला था। इधर आरोपी आरोपी पिता महेंद्र टुडू ने बताया दूसरे के बहकावे में आकर उसने पुत्र की हत्या कर दी। पत्नी व बच्चों के साथ मायके में रहती थी। बुलाने पर पत्नी व बच्चे लेकर ससुराल नही आ रही थी। इस लिए पुत्र की हत्या कर दी है।

 

25 फरवरी से ही लापता था बच्चा

विदित हो 25 फरवरी के दिन से ही बच्चा घर से गायब होने के बाद उसके मां शर्मा टुडू ने धालभूमगढ़ थाना ने 26 फरवरी को शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बच्चे के पिता महेंद्र टुडू, एवं विनय हेम्ब्रम,जितेन हेम्ब्रम पर बच्चे का अपहरण करने का आरोप लगाया गया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी पिता महेंद्र टुडू को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। पूछताछ के क्रम में ही आरोपी पिता ने घटना के बात को कबूल कर लिया। आरोपी महेंद्र टुडू ने इस घटना को विनय हेम्ब्रम व जितेन हेम्ब्रम के साथ मिलकर अंजाम देने की बात को भी स्वीकार कर लिया है। पुलिस अब आरोपी जितेन व विनय हेम्ब्रम के खोज में छापेमारी कर रही है।

Posted By: Inextlive