छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : लौहनगरी के आदिवासी उद्यमी विदेशी दौरा करेंगे। दौरे का खर्च भारत सरकार वहन करेगी। नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन (एनएसआइसी) के विपणन सहयोग योजना के तहत आदिवासी उद्यमियों को विदेशी यात्रा कराने का न्यौता दिया है। एनएसआइसी ने इसके लिए शहर के आदिवासी उद्यमियों को शीघ्र पासपोर्ट समेत विदेश यात्रा के लिए जरूरी कागजात तैयार करने को कहा है।

बनाया है न्यू संगठन

जमशेदपुर के आदिवासी व्यापारियों व उद्यमियों ने हाल ही में ट्राइबल इंडियन चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज (टिक्की) का गठन किया है। ट्राइबल चैंबर लगातार सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय के संपर्क में हैं। मंत्रालय के तहत एनएसआइसी ने यहां के आदिवासी उद्यमियों को विदेशों में होने वाले उद्योग मेला (ट्रेड फेयर) में ले जाने का न्यौता दिया है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं कि किस उद्योग मेले में उन्हें ले जाया जाएगा,

आगे बढ़ने का मिलेगा मौका

ट्राइबल चैंबर के महासचिव बसंत तिर्की ने बताया कि एनएसआइसी से लगातार संवाद हो रहा है। साथ ही आदिवासी उद्यमियों को तैयार रहने को भी कह दिया गया है। उन्होंने बताया कि आदिवासी युवाओं को उद्योग के क्षेत्र में स्थापित करने व आगे बढ़ने की प्रेरणा देने के लिए इस विदेश यात्रा (उद्योग मेला) की तैयारी की जा रही है।

रजिस्टर्ड किए जाएंगे आदिवासी उद्यमी

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय की ओर से आदिवासी उद्यमियों का पंजीकरण पब्लिक प्रोक्योरमेंट पालिसी के तहत किया जाएगा। इसके लिए एनएसआइसी नई दिल्ली से ट्राइबल चैंबर को रजिस्ट्रेशन के लिए लेटर मिल चुका है। आदिवासी उद्यमियों के पंजीकरण करने के बाद किसी भी छोटे-बड़े सरकारी उपक्रम में सप्लाई के काम आदिवासी उद्यमियों आरक्षण प्राप्त हो जाएगा और कंपनियां उन्हीं से सप्लाई लेंगी।

Posted By: Inextlive