Get mouth watering foods in just few bucks
अरे यार एक ही खाना खाकर बोर हो गई चलो आप टेस्ट चेंज करने के लिए गोलगप्पे खाते हैं। ये बातें अक्सर आपने सुनी होंगी या कई बार आपके साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ होगा। ठेले वाले को देखा नहीं कि बस मुंह में पानी आना शुरू।
सिटी के ज्यादातर लोग कुछ इसी तरह से रोड साइड स्टॉल्स और ठेले से खाना पसंद करते हैं। अगर हम इन स्टॉल्स और ठेलों को देखें तो ये बात साफ जाहिर होती है। इन फूड स्टॉल्स पर ना सिर्फ यंगस्टर्स बल्कि एलिट क्लास के लोगों की भी अच्छी भीड़ देखने को मिलती है।
ये खाने की बात ही कुछ और
शायद ही काई ऐसा इंसान हो जिसे गोलगप्पे पसंद ना हो। क्रिस्पी-क्रिस्पी गोलगप्पे और उसमें वो तीखा खट्टा पानी, कोई इससे बचे भी तो कैसे। चाहे किसी भी एजग्रुप और क्लास के लोग हों गोलगप्पे को लेकर दीवानगी सभी के दिलों में रहती है। सिटी में करीब 2,000 से 2,500 चाट और गोलगप्पे के शॉप्स हैं। बिष्टुपुर में यशोदा चाट शॉप के ओनर अजय ने बताया कि सिर्फ बिष्टुपुर एरिये में ही करीब 250 गोलगप्पे के शॉप्स हैं।
वहीं साकची के आगरा चाट के ओनर सोनू ने बताया कि गोलगप्पा हर सीजन में बिकता है और इसकी सेलिंग में कोई कमी नहीं आती। गोलगप्पे के अलावा डोसे और लिट्टी-चोखे के स्टॉल्स पर भी काफी भीड़ जमी रहती है।
सिटी में करीब 700 से 800 रोड साइड डोसा कॉर्नर हैं, और सारे शॉप्स पर हर क्लास के लोगों की भीड़ देखने को मिल जाती है। सिटी में लिट्टी चोखे के भी करीब 500 से 600 शॉप्स हैं. बिष्टुपुर तुलसी भवन के पास स्थित लिट्टी चोखा शॉप पर भी जबरदस्त भीड़ लगी रहती है।
Business भी है जोर पर
यशोदा चाट शॉप के ओनर अजय बताते हैं कि हर शॉप की ऑन एवरेज 500 से 700 रुपए की डेली की कमाई है। वैसे तो इस बिजनेस में मुनाफा काफी कम है फिर भी लोगों के हैवी फुटफॉल के चलते इस बिजनेस में कभी लॉस नहीं होता। केवल मेरी ही शॉप में हर रोज 700 से 800 रुपए की सेल हो जाती है।
इसके अलावा ज्यादातर डोसा शॉप की ऑन एवरेज 5,000 से 6,000 रुपए की डेली की सेलिंग हो जाती है। बिष्टुपुर की फेमस डोसा शॉप राजू डोसा के ओनर राजू ने बताया कि सिटी में डोसा और इडली सांबर का बिजनेस काफी अच्छा है। और उनकी ही शॉप पर हर रोज करीब 300 कस्टमर्स रोज आते हैं।
वैसे ही लिट्टी-चोखे के ज्यादातर शॉप की ऑन एवरेज 300 से 500 रुपए की रोज की सेलिंग होती है। सिटी के मानगो स्थित बिहार बस स्टैंड पर लिट्टी-चोखे का ठेला लगाने वाले संजय ने बताया कि ये काफी इकोनॉमिकल फूड है इसलिए इसकी सेलिंग भी काफी अच्छी होती है।
अजय, ऑनर यशोदा चाटReport by: rajnish.tiwari@inext.co.in