आम तौर पर डॉक्टर केवल ट्रीटमेंट ही करते हैैं. अगर पेशेंट असमर्थ है तो उसके लिए मेडिसीन की व्यवस्था कर देते हैैं. मगर सिटी में एक एक्सेप्शनल सीन देखने को तब मिला जब एक डॉक्टर ने अपने पेशेंट के लिए अपना ब्लड डोनेट कर रक्तदान महादान की बात को चरितार्थ किया.


आम तौर पर डॉक्टर केवल ट्रीटमेंट ही करते हैैं। अगर पेशेंट काफी असमर्थ है तो उसके लिए मेडिसीन की व्यवस्था कर देते हैैं। मगर सिटी में एक एक्सेप्शनल सीन देखने को तब मिला जब एक डॉक्टर ने अपने पेशेंट के लिए अपना ब्लड डोनेट कर रक्तदान महादान की बात को चरितार्थ किया। प्रेग्नेंट युवती में थी ब्लड की कमीनीमडीह निवासी अष्टमी (19) प्रेग्नेंट थी। जब वह एमजीएम हॉस्पिटल में डिलेवरी के लिए एडमिट हुई तो जांच के बाद डॉक्टर ने बताया कि उसकी बॉडी में ब्लड की कमी है। इससे डिलेवरी कराने में प्रॉब्लम हो सकती है। ब्लड बैंक में नहीं था ब्लडएमजीएम हॉस्पिटल स्थित ब्लड बैैंक में एक माह से ज्यादा समय से ब्लड नहीं है। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। अष्टमी को ब्लड चढ़ाने के लिए भी ब्लड नहीं मिला। डॉ। रवि भूषण ने दिया ब्लड
इसके बाद उसकी जांच कर रहे डॉ रवि भूषण अग्र्रवाल ने अपनी ड्यूटी से अलग हटकर मानवता का परिचय देते हुए खुद अपना ब्लड डोनेट किया। इसके बाद अष्टमी को डॉ। अग्र्रवाल का ब्लड चढ़ाया गया। उन्होंने अपना ब्लड़ देकर न सिर्फ पेशेंट की जान बचाई बल्कि उन्होंने मनवता का परिचय भी दिया है।

Posted By: Inextlive