JAMSHEDPUR : उत्क्रमित हाई स्कूल लक्ष्मीनगर के लिए जमीन दान करने वाले सरदार राम पुकार राय की शर्ते पूरी न होने पर उन्होंने शुक्रवार को स्कूल के नये भवन में ताला जड़ दिया। इस वजह से बच्चों को स्कूल परिसर में ही जमीन पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ी। इस दौरान स्कूल पहुंचे कुछ अभिभावकों ने हंगामा भी किया।

ख्007 में दी थी जमीन दान

हाई स्कूल लक्ष्मीनगर को ख्007 में स्थानीय निवासी सरदार राम पुकार राय ने जमीन दान दी थी। उस समय हुए करार में उन्होंने शर्त रखी कि स्कूल का सरकारीकरण हो और इसका नामकरण मेरे नाम यानि सरदार राम पुकार के नाम किया जाए स्कूल का रख-रखाव सरकार करे और उच्च गुणवत्ता के साथ यहां पढ़ाई हो। दान में मिली जमीन पर नया भवन भी बन गया और उसमें कक्षा नौ और क्0 के छात्रों की पढ़ाई भी होने लगी। त्योहारों की लंबी छुट्टी के बाद शुक्रवार को जब छात्र व शिक्षक स्कूल पहुंचे तो नये भवन में स्कूल के ताले के ऊपर एक और ताला जड़ा था। किसी तरह ताला तोड़कर ब्लैक बोर्ड आदि निकाला गया और बच्चों ने स्कूल परिसर में ही जमीन पर बैठ कर पूरे दिन पढ़ाई की।

करार के साथ धोखा

इधर, सरदार राम पुकार राय ने शुक्रवार को ही टेल्को थाने में अपना पक्ष लिखकर दे दिया। इसमें उन्होंने लिखा है कि करार में उल्लिखित एक भी शर्त आज तक पूरी नहीं हुई। स्कूल का न ही सरकारीकरण हुआ और न ही भवन की मरम्मत ठीक से हो रही है। यहां तक कि स्कूल की बाउंड्री भी टूटी हुई है। यदि कोई घटना होती है तो जमीन दान देकर भी मैं ही परेशानी में पड़ूंगा दूसरी ओर, स्कूल की प्रधानाचार्य कमला कुमारी ने भी लिखित रूप में अपना पक्ष थाने में दिया है। उन्होंने लिखा है कि करार के मुताबिक प्रस्ताव बनाकर उसी समय राज्यपाल के पास भेज दिया गया था। अब तक क्यों नहीं सरकारीकरण हुआ, इसकी जानकारी स्कूल प्रशासन को नहीं है।

मेंटनेंस के लिए ख्ख् हजार रुपए

इस नये भवन के रख रखाव के लिए स्कूल प्रशासन को सालाना ख्ख् हजार रुपये मिलते हैं। इससे जितना संभव होता है, मरम्मत की जाती है। थाने का कहना है कि दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद रिपोर्ट बनाकर डीएसई को भेज दी जाएगी। अब डीएसई अग्रेतर कार्रवाई करेंगे।

सरकारीकरण्ा का पेंच

स्कूल के लिए जमीन दान में मिलने के बाद ही सरकारीकरण के लिए प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेज दिया गया था। राज्यपाल के पास फाइल पहुंचने के बाद पता चला कि जमीन अतिक्रमित हैग इसलिए सरकारीकरण का मामला लटक गया। इधर, सरदार राम पुकार राय का कहना है कि पूरी लक्ष्मीनगर बस्ती ही अतिक्रमित है तो मात्र इसी जमीन पर हायतौबा क्यों?

Posted By: Inextlive