टाटा मोटर्स कैंपस में जमकर हुई मारपीट
-टीएमएल ड्राइवलाइन में यूनियन पर वर्चस्व को लेकर चल रही लड़ाई
-बुधवार की सुबह चंद्रभान प्रसाद और एमएन राव गुट के लोग आपस में भिड़े -घायलों को ट्रीटमेंट के लिए टेल्को हॉस्पिटल में कराया गया एडमिट JAMSHEDPUR : टाटा मोटर्स में यूनियन के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में टेल्को यूनियन से निकाले गए विरोधी नेताओं की सदस्यता श्रमायुक्त के आदेश से दोबारा बहाल कर दी गई है। यह मामला अभी चल ही रहा था कि इसी बीच टीएमएल ड्राइव लाइन में यूनियन के दो गुट के नेताओं के बीच मारपीट हो गई। घायल यूनियन लीडर्स को ट्रीटमेंट के लिए टेल्को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। राव गुट को मान्यताटेल्को की एंसीलरी एक्सल और ट्रांसमिशन को मिलाकर टीएमएल ड्राइवलाइन बनाया गया है। इसमें चंद्रभान प्रसाद और एमएन राव गुट अपना वर्चस्व बनाना चाहते हैं। हाल ही में लेबर डिपार्टमेंट से एमएन राव गुट को मान्यता दे दी गई। इसके बाद से दोनों गुट के नेताओं के बीच कोल्ड वार चल रहा है। इस बीच चंद्रभान गुट भी वहां अपने यूनियन के मान्यता दिलाने के प्रयास में लगा हुआ है।
पेपर पर करवा रहे थे साइनघटना बुधवार की सुबह लगभग क्0.फ्0 बजे की है। जानकारी के मुताबिक टेल्को वर्कर्स यूनियन के महामंत्री चंद्रभान प्रसाद गुट के नेता केके सेन प्लांट में मजदूरों से पेपर पर साइन करवा रहे थे। इसकी जानकारी राव गुट के लोगों को हुई। इसके बाद एमएन राव गुट के नेता एसएन सिंह वहां पहुंचे।
हॉस्पिटल में एडमिट मजदूरों से पेपर पर साइन करवाने को लेकर केके सेन और एसएन सिंह के बीच गर्मागर्म बहस शुरू हो गई और देखते ही देखते दोनों में हाथापाई होने लगी। इस दौरान हुई मारपीट में केके सेन और एसएन सिंह घायल हो गए। बाद में दोनों को ट्रीटमेंट के लिए टेल्को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनका ट्रीटमेंट चल रहा है। चंद्रभान की आदत हमेशा से ॅअशांति फैलाने की रही है। इस कारण अक्सर इस तरह की हरकत होती रहती है। यह स्थिति उद्योग और मजदूर हित के लिए सही नहीं है। -आरके सिंह, जेनरल सेक्रेटरी, एमएन राव गुट