जमशेदपुर : इंकैब इंडस्ट्रीज को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक बार फिर पहल शुरू हो गई है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) द्वारा प्रतिनियुक्त नए रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल (आरपी) ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जारी किया है, जिसके तहत कोई भी कंपनी या निजी व्यक्ति यदि इंकैब इंडस्ट्रीज को टेकओवर करना चाहते है तो वे 27 अगस्त तक इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।

कंपनी को पुनर्जीवित करने की पहल

एनसीएलटी की ओर से पंकज कुमार टिबरेवाल को नया आरपी बनाया गया है, उन्होंने कंपनी को फिर से पुनर्जीवित करने की पहल शुरू की है। हालांकि, वर्ष 2015-16 में ही आइफर, बाइफर व सुप्रीम कोर्ट टाटा स्टील को बेस्ट बिडर घोषित कर चुकी थी, लेकिन इससे पहले ही टाटा स्टील इंकैब इंडस्ट्रीज को टेकओवर करती। केंद्र सरकार ने आइफर व बाइफर को निरस्त कर दिया। इसके बाद टाटा स्टील की ओर से मामले में पहल नहीं की गई। मामला नेशनल कंपनी लॉ अपीलिएट ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में विचाराधीन है। हालांकि मई 2021 में एनसीएलटी ने इंकैब इंडस्ट्रीज को दीवालिया घोषित कर दिया था, लेकिन कर्मचारियों की ओर से मामले को चुनौती दी गई, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने एनसीएलटी के आदेश को खारिज कर दिया था।

देना होगा रिजॉल्यूशन प्लान

इंकैब इंडस्ट्रीज पर करोड़ों रुपए लेनदारों का बकाया है। इसके अलावा कंपनी में 835 कर्मचारी भी हैं जिन्होंने 121 करोड़ रुपये से अधिक क्लेम किया है। ऐसे में जो कंपनी इंकैब का अधिग्रहण करना चाहती है उन्हें इस पर 11 सितंबर तक रिजॉल्यूशन प्लान देना होगा। इसमें उन्हें बताना होगा कि बकाया राशि के बदले संबधित कंपनी किस तरह का लाभ कर्मचारियों और बकायेदारों को देगी। इसके अलावा संबधित कंपनी को बकाये पर दावा आपत्ति करने का भी अधिकार दिया गया है।

कई कंपनियों ने किया क्लेम

आरपी की ओर से जारी एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के बाद कई कंपनियों ने अपना क्लेम जमा कर दिया है। इनमें टाटा स्टील, फायरवर्थ फायनांशियल सर्विसेज लिमिटेड, मेसर्स भीद प्लास्टिक इंडस्ट्रीज, आइसीआइसीआई बैंक लिमिटेड, मेसर्स साक्षी सप्लायर, क्लासिक को-ऑपरेटिव हाउ¨सग सोसाइटी, मेसर्स प्रणव कैट¨रग सर्विसेज, पेगासस इस्टेट्स री-कंस्ट्रक्शन लिमिटेड, लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, ओरिएंटल इन सोर्स कंपनी लिमिटेड, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, पंजाब नेशनल बैंक, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, अतुल सेठिया, डुंगरी देवी सेठिया एंड सुनीता सेठिया, तरुण सेठिया सहित अन्य कंपनियां शामिल हैं।

कंपनी की कई राज्यों में अचल संपत्ति

इंकैब इंडस्ट्रीज की देश भर के कई राज्यों में अचल संपत्ति है। इसमें जमशेदपुर प्लांट के अलावा, कोलकाता में कॉरपोरेट ऑफिस, पुणे में एक प्लांट सहित नई दिल्ली के कनॉट प्लेस में भी कंपनी के ऑफिस हैं।

इंकैब की जमीन किसकी, कोर्ट में विचाराधीन

जमशेदपुर स्थित इंकैब इंडस्ट्रीज को प्लांट संचालित करने सहित कर्मचारियों के क्वार्टर, अस्पताल व सामुदायिक केंद्र के संचालन के लिए वर्ष 1920 में 171 एकड़ जमीन टाटा स्टील द्वारा आवंटित की गई थी। वर्तमान में इस पूरी जमीन का असली मालिक कौन है। इसका मामला झारखंड हाईकोर्ट में विचाराधीन है।

Posted By: Inextlive