बढ़ा गया फिल्मों के प्रति दीवानगी

-सिनेमा के हर पहलू पर हुई बात, सोच को एक दिशा मिली

-पता चला कि जमशेदपुर के ऑडियंस में भी फिल्मों की कितनी समझ है

JAMSHEDPUR: छठे जागरण फिल्म फेस्टिवल यादों का तराना छोड़ गया। तीन दिनी जागरण फिल्म फेस्टिवल का रविवार को समापन हो गया। फिल्मों की जानकारी, समीक्षा और सितारों से रूबरू होते हुए तीन दिन बीते। सिनेमा के हर पहलू पर बात हुई। सोच को एक दिशा मिली। पता चला कि जमशेदपुर जैसे शहर में भी कला, खासकर फिल्मों को लेकर कितनी गंभीर समझ और दृष्टिकोण हैं।

आखिरी दिन चार फिल्में दिखाई गईं

फिल्म फेस्टिवल के अंतिम दिन चार फिल्में दिखाई गई, जिसे दर्शकों ने भरपूर सराहा। हर फिल्म के लिए दर्शकों में गजब की उत्सुकता दिखी। जागरण फिल्म फेस्टिवल दर्शकों में फिल्मों के प्रति दीवानगी बढ़ा गया। रविवार को अंतिम फिल्म फाइनल मैच दिखाई गई और इसके बाद जागरण फिल्म फेस्टिवल का समापन हो गया। इससे पहले सलमान खान और भाग्य श्री की फिल्म मैंने प्यार किया दिखाई गई। जिसमें पारिवारिक मूल्यों के साथ अमीरी-गरीबी के फर्क का रेखांकन किया गया था। राजश्री प्रोडक्शन की यह फिल्म पूरी तरह पारिवारिक होने के साथ एक लड़के और एक लड़की की दोस्ती को दिखाया गया है। इसके बाद अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी की फिल्म बागबान दिखाई गई। जिसमें सर्वकालिक सत्य का बेहतरीन नमूना पेश किया गया है। इस फिल्म में दिखाया गया कि किस तरह रिटायर होने के बाद मां-बाप बच्चों पर बोझ बन जाते हैं। फिर फाइनल मैच दिखाई गई। जिसमें दिखाया गया कि इतिहास के पीछे कुछ गलतियां, कुछ द्वेष और एक चिंगारी छिपी होती है, जिसे अगर हवा मिले तो भविष्य को भी जलाकर राख कर देती है।

Posted By: Inextlive