Jamshedpur: ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स रूल्स में जोड़े गए नए शिड्यूल एच 1 में शामिल दवाओं की सेलिंग पर कड़े रेग्यूलेटरी कंट्रोल के लिए बनाए गए नियमों का विरोध स्टार्ट हो गया है. शिड्यूल में शामिल कई थर्ड और फोर्थ जेनरेशन एंटीबायटिक्स हैबिट फॉर्मिंग ड्रग्स और एंटी-टीबी ड्रग्स सहित 46 ड्रग्स की सेलिंग के लिए कई तरह के रूल्स को फॉलो करना है. विरोध कर रहे झारखंड केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अनुसार इस महीने एक मार्च से लागू हुए इस नए रूल से मेडिसिन शॉप ओनर के साथ-साथ पेशेंट्स को भी कई तरह की प्रॉŽलम्स हो रही हैं.

मुश्किल है record रखना
झारखंड केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के जेनरल सेक्रेटरी अमर कुमार सिन्हा ने कहा कि नए रूल के अनुसार इन मेडिसिन्स की सेलिंग के वक्त पूरे डिटेल्स लिखने हैं। साथ ही प्रिस्क्रिप्शन पर दवा की जितनी क्वांटिटी लिखी है उससे कम या ज्यादा दवा नहीं देनी है। उन्होंने इस रूल का विरोध करते हुए कहा कि कई पेशेंट प्रिस्क्राइब की गई पूरी दवा एक साथ नहीं लेते, इसके अलावा कई दवाइयां काफी मंहगी हैं.  इस वजह से सभी के लिए एक साथ इन्हें खरीदना मुश्किल होता है। पर नए रूल के अनुसार प्रिस्क्रिप्शन पर लिखी ड्रग की पूरी क्वांटिटी एक साथ देनी है ऐसे में पेशेंट्स को काफी परेशानी होगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कई डॉक्टर रजिस्ट्रेशन नंबर जैसे डिटेल्स नहीं देते। इस सकी वजह से रिकॉर्ड रखने में परेशानी होगी।

 

छह अप्रैल को होगी meeting
इस रूल को लेकर देश के कई हिस्से में विरोध किया जा रहा है। अमर कुमार सिन्हा ने कहा कि झारखंड में भी केमिस्ट एसोसिएशन द्वारा इस मुद्दे पर डिस्कस करने के लिए छह अप्रैल को मीटिंग रखी गई है। इसमें स्टेट के सभी डिस्ट्रिक्ट्स के केमिस्ट एसोसिएशन के रिप्रजेंटेटिव शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो मीटिंग के दौरान इस रूल के विरोध में स्ट्राइक का डिसीजन भी लिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि स्टेट में एसोसिएशन के करीब 18 हजार 500 मेंबर्स हैं। ईस्ट सिंहभूम में करीब 1200 मेंबर्स हैं। उन्होंने बताया कि मीटिंग में सभी मेडिकल स्टोर्स पर फार्मासिस्ट रखे जाने की अनिवार्यता पर भी डिस्कशन होगा।

Report by: abhijit.pandey@inext.co.in

Posted By: Inextlive