JAMSHEDPUR: प्रदेश में शराबबंदी होनी चाहिए। इसके बारे में सरकार को सोचना चाहिए कि शराबबंदी की जाए। शराब से आदिवासियों का नुकसान हो रहा है। उनकी सेहत ठीक नहीं रहती। इससे विकास पर असर पड़ता है। ये बातें राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने जमशेदपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहीं। वह ओडिशा के रायरंगपुर स्थित अपने आवास से रांची जाने के क्रम में यहां सर्किट हाउस में जरा देर के लिए रुकी थीं।

राज्यपाल ने कहा कि ये आदिवासी बहुल राज्य है। सरकार को सोचना चाहिए कि शराबबंदी हो या नहीं। ये पूछे जाने पर कि सरकार खुद शराब बेच रही है राज्यपाल ने जवाब दिया कि शराब बेचने का फैसला सरकार का है और शराबबंदी के बारे में उन्हें ही सोचना पड़ेगा। सरकार को तय करना है कि शराबबंदी हो। राज्यपाल ने कहा कि शराब का लोगों पर खराब असर पड़ता है। ये आर्थिक और सामाजिक तौर से खराब असर डालती है। शिक्षा पर भी इसका खराब प्रभाव पड़ता है। शराब पीने वाले का शरीर खराब होता है। इसलिए शराबबंद करने से प्रदेश और जनता का भाला होगा। राज्यपाल शराबबंदी की पक्षधर हैं। दो महीना पहले भी करीम सिटी कॉलेज में हुए कोल्हान यूनिर्वसिटी के फोर्थ यूथ फेस्टिवल में जमशेदपुर आई राज्यपाल ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश में शराबबंदी की बात कही थी। इसके पहले राज्यपाल तकरीबन क्क् बजे जमशेदपुर सर्किट हाउस पहुंचीं। यहां डीसी अमित कुमार ने उनका स्वागत किया।

Posted By: Inextlive