JAMSHEDPUR: जउ-तउ प्रेम खेलन का चाउ, सिर धर तली गली मेरी आउ आदि कीर्तन गायन कर कीर्तनी जत्थों ने संगत को निहाल किया। शहीद बाबा दीप सिंह जी के शहीदी दिवस के मौके पर सीतारामडेरा सामुदायिक विकास भवन स्थित मैदान में बने पंडाल में दो दिवसीय कीर्तन दरबार की शुरुआत रविवार की सुबह हुई।

तीन दिनों से चल रहे श्री अखंड पाठ की समाप्ति सीतारामडेरा गुरुद्वारा में रविवार की सुबह हुई। इसके बाद सीतारामडेरा गुरुद्वारा से शोभा यात्रा मैदान में बने पंडाल तक कीर्तन गायन करते हुए पहुंची। जहां अरदास के बाद कीर्तन दरबार का शुरुआत हुई। सर्वप्रथम हजुरी रागी बीबी तजिंद्र कौर ने शबद गायन किया। सुल्तानपुर लोधी वाले भाई रजिंद्र सिंह जी ने कीर्तन गायन कर संगत को निहाल किया। ज्ञानी शमशेर सिंह जी ने गुरमत विचार प्रकट करते हुए शहीदों के इतिहास से संगत को रूबरू कराया। दरबार साहिब अमृतसर से आए भाई सिमरनजीत सिंह जी ने कीर्तन गायन किया।

गुरु का अटूट लंगर

कीर्तन दरबार में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय, सीतारामडेरा थाना प्रभारी अंजनी कुमार को ट्रस्टी उत्तम सिंह जी ने शाल व मोमेंटो देकर सम्मानित किया। गुरु के अटूट लंगर की सेवा संगत के बीच की गई। शाम को साढ़े सात बजे पुन: कीर्तन दरबार की शुरुआत हुई। जिसमें भाई रजिंद्र सिंह जी, बीबी तवलीन कौर जी, बीबी जसदीप कौर जी, भाई शमशेर सिंह जी भाई सिमरनजीत सिंह जी द्वारा कीर्तन गायन कर संगत के निहाल किया। रात में कीर्तन दरबार की समाप्ति के उपरांत संगत के बीच चाय, दूध, पकौड़े सहित अन्य व्यंजनों की सेवा की गई।

चित्रों से बताया इतिहास

अमृतसर से आए जत्थे ने शहीदों को समर्पित प्रदर्शनी का आयोजन किया। इस प्रदर्शनी में शहीदों को चित्रों को माध्यम से दर्शाया गया है। प्रदर्शनी को देखने के लिए बच्चे, बूढ़े व नौजवानों की भीड़ लगी हुई थी।

जांच शिविर का आयोजन

कीर्तन दरबार के दौरान एक स्टाल में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया था। यह शिविर डा। राजेंद्र सिंह की देखरेख में चल रहा था। कीर्तन दरबार में आए संगत को अगर किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या हो रही थी तो वे डाक्टर से अपना चेकअप करवा रहे थे। कीर्तन दरबार का संचालन परमजीत सिंह काले ने किया। कीर्तन दरबार को सफल बनाने में बलवीर सिंह, सुरजीत सिंह, गुरदयाल सिंह, अमरजीत सिंह व संगत की भूमिका रही।

Posted By: Inextlive